क्या आज अडियाला जेल का ताला खुलेगा? इमरान के समर्थकों से बौखलाई शहबाज सरकार, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 का साया!

Imran Khan's health remains a mystery, as the Pakistani government has yet to provide solid evidence. This has led to ongoing protests from his party, PTI, and supporters.

Dec 2, 2025 - 14:13
क्या आज अडियाला जेल का ताला खुलेगा? इमरान के समर्थकों से बौखलाई शहबाज सरकार, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 का साया!

पाकिस्तान में इमरान खान से मिलने की कोशिशों को लेकर राजनीतिक हलकों में काफी बवाल मचा हुआ है। अभी तक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता इमरान खान से संपर्क नहीं किया जा सका है। उनकी बहनें और बेटे निरंतर सरकार से उनके जीवित होने का प्रमाण मांग रहे हैं। सरकार इस विषय पर मौन धारण किए हुए है। इसके बाद, PTI ने यह घोषणा की है कि मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट और रावलपिंडी की अडियाला जेल के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। जहां एक ओर इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इमरान खान से संबंधित याचिका पर सुनवाई का आयोजन है, वहीं दूसरी ओर उनके समर्थकों ने कोर्ट से अडियाला जेल तक मार्च करने का ऐलान किया है।

इमरान खान के समर्थक संघर्ष के लिए तैयार हैं, उनकी बहनें भी इनमें शामिल हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थकों ने इमरान से मुलाकात की प्रतीक्षा में प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया है। दूसरी तरफ, प्रशासन ने भी व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को तैनात कर दिया है। सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ सार्वजनिक सभाओं पर पाबंदियां लगाई गई हैं। हालात को नियंत्रित करने के उद्देश्य से इस्लामाबाद और रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी गई है। यह आदेश डिप्टी कमिश्नर डॉ. हसन वकार चीमा द्वारा जारी किया गया है, जो 1 से 3 दिसंबर तक तीन दिनों के लिए प्रभावी रहेगा। आदेश में उल्लेख किया गया है कि रावलपिंडी जिले में कानून-व्यवस्था को लेकर खतरा है, इसलिए लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया गया है।

PTI के नेता असद कैसर ने एक प्रमुख समाचार पत्र से बताया कि संसद के दोनों सदनों के विपक्षी सांसद पहले इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर एकत्र होंगे और फिर वहां से अडियाला जेल की ओर मार्च करेंगे। उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है और जेल प्रशासन भी अदालत के निर्देशों को मानने के लिए तैयार नहीं है। तनाव तब और बढ़ गया था जब पिछले हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री को आठवीं बार इमरान खान से मिलने से रोका गया, जिसके बाद उन्होंने अडियाला जेल के बाहर धरना दिया। इमरान खान के परिवार के सदस्य भी कई हफ्तों से उनसे मिलने में असमर्थ हैं।

वहीं, खैबर पख्तूनख्वा (KPK) में गवर्नर शासन पर भी आज निर्णय लिया जा सकता है। यदि आज राज्य के मुख्यमंत्री आफरीदी प्रदर्शन में शामिल होते हैं, तो शहबाज सरकार एक महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के खास सलाहकार और प्रमुख नेता राणा सनाउल्लाह का कहना है कि राज्य में गवर्नर शासन ही अंतिम उपाय होगा।

खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सुहैल अफरीदी ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उनमें हिम्मत है तो खैबर पख्तूनख्वा में गवर्नर शासन लागू कर दिखाएं, हम किसी से नहीं डरते। मुख्यमंत्री अफरीदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश में पहले से ही पीटीआई के संस्थापक इमरान खान का शासन है, इसलिए किसी और प्रकार के शासन की आवश्यकता नहीं है। अगर हिम्मत है तो गवर्नर शासन लागू करके दिखाएं।

इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में हैं। उन पर भ्रष्टाचार और आतंकवाद समेत कई आरोप लगाए गए हैं। उन्हें 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर किया गया था। PTI लगातार सरकार से यह मांग कर रही है कि इमरान खान की स्वास्थ्य स्थिति का सही रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाए और उनके परिवार को उनसे मिलने दिया जाए, क्योंकि हाल के दिनों में उनकी बहनों को भी उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई है।

हालांकि, पिछले हफ्ते अडियाला जेल प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि इमरान खान की तबीयत संतोषजनक है, उन्हें कहीं भी स्थानांतरित नहीं किया गया है और उनका समुचित चिकित्सा उपचार हो रहा है। अधिकारियों ने उनकी सेहत को लेकर फैल रही अटकलों को निराधार बताया है।