सी-सेक्शन के बाद जमीन पर कब बैठें: डॉक्टर की राय

एक फैक्ट चेक लेख में, यह जांच की गई कि क्या सी-सेक्शन के बाद 5-6 महीने तक जमीन पर नहीं बैठना चाहिए। एक सोशल मीडिया रील में किए गए दावे के अनुसार, सी-सेक्शन में पेट की कई परतें कटती हैं और अंदर के टांकों को ठीक होने में समय लगता है, इसलिए जमीन पर बैठने से बचना चाहिए। विशेषज्ञ के अनुसार, यह दावा आधा सच है। सी-सेक्शन के बाद 5-6 महीनों तक फर्श पर बैठना ज्यादातर महिलाओं के लिए सुरक्षित होता है, बशर्ते वह दर्द का अनुभव ना करें।

Mar 19, 2025 - 19:55
सी-सेक्शन के बाद जमीन पर कब बैठें: डॉक्टर की राय
सोशल मीडिया पर एक रील में सलाह दी जा रही है कि सी-सेक्शन के बाद महिलाओं को 5-6 महीने तक जमीन पर नहीं बैठना चाहिए। कुछ महिलाएं ऑपरेशन से डिलीवरी के बाद शरीर को ठीक होने में लगने वाले समय के कारण ऐसा करती हैं। हालांकि, इस दावे पर विश्वास करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

महिलाओं के लिए मां बनना आसान नहीं होता, खासकर सी-सेक्शन डिलीवरी के मामले में, जहां महिलाओं को कई महीनों तक तकलीफ होती है। इसलिए, ऑपरेशन कराने वाली महिलाओं को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस दौरान उन्हें लंबे समय तक खड़े रहने, बैठने और यहां तक कि ज्यादा चलने से भी मना किया जाता है।

फेसबुक पर मेघना राठौर नाम के अकाउंट पर मौजूद एक रील में बताया गया है कि सी-सेक्शन के बाद 5-6 महीने तक जमीन पर नहीं बैठना चाहिए। कुछ महिलाएं बिना जांच-परख के ऐसी बातों पर जल्दी विश्वास कर लेती हैं, लेकिन क्या यह वास्तव में सच है? आइए डॉक्टर से जानते हैं।

रील में दावा किया गया है कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद 5-6 महीने तक जमीन पर बैठना हानिकारक होता है, क्योंकि सी-सेक्शन में पेट की कई परतें कटती हैं, जिससे टांके भरने में समय लगता है। ऊपरी टांके जल्दी भर जाते हैं, लेकिन अंदरूनी टांकों को भरने में 5-6 महीने लग जाते हैं। इसलिए, इस दौरान जमीन पर बैठने से बचना चाहिए।

इस दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने मुंबई के नानावटी मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की प्रमुख डॉ. गायत्री देशपांडे से बात की। उनके अनुसार, यह दावा आधा सच और आधा झूठ है। वे बताती हैं कि सी-सेक्शन के बाद 5-6 महीने तक फर्श पर बैठना ज्यादातर महिलाओं के लिए सुरक्षित होता है, बशर्ते उन्हें दर्द का अनुभव न हो।

विशेषज्ञों के अनुसार, सीजेरियन के बाद चीरा और अंदरूनी ऊतक आमतौर पर अच्छी तरह से ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कोर स्ट्रेंथ अभी भी ठीक हो रही होती है, इसलिए फर्श से उठने जैसी गतिविधियों को सावधानी से किया जाना चाहिए।

डॉक्टर बताती हैं कि भारतीय संस्कृति में कई परिवार नई माताओं को भोजन या प्रार्थना के लिए फर्श पर क्रॉस-लेग्ड बैठने के लिए कहते हैं। लेकिन अगर असुविधा महसूस हो, तो कुशन जैसे सहारे का उपयोग किया जा सकता है।

विशेषज्ञ महिलाओं को अचानक होने वाली हरकतों से बचने की सलाह देते हैं, क्योंकि इससे पेट के निचले हिस्से पर दबाव पड़ता है। बेहतर है कि फर्श पर बैठने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। यह तब और भी जरूरी है जब पेट की मांसपेशियों में लंबे समय तक दर्द या कमजोरी का अनुभव हो रहा हो।

निष्कर्षतः, सजग फैक्ट चेक टीम ने अपनी जांच में इस दावे को आधा सच और आधा झूठ माना है। विशेषज्ञों के मुताबिक, डिलीवरी के बाद 5-6 महीने तक फर्श पर बैठा जा सकता है, लेकिन कुछ मामलों में दिक्कत हो सकती है, जिसके लिए डॉक्टर से बात करना जरूरी है।