वजन घटाने के गलत तरीकों से हुई मौत: यूट्यूब डाइट और वाटर डाइट का ख़तरा
केरल के कन्नूर में 19 वर्षीय श्रीनंदा की एनोरेक्सिया नर्वोसा के कारण मौत हो गई, जो एक गंभीर खाने का विकार है। वह पझाशिराजा NSS कॉलेज में पढ़ती थी और वजन बढ़ने की चिंता के कारण पिछले एक साल से ठीक से भोजन नहीं कर रही थी। उसने खाना छोड़ दिया और अत्यधिक व्यायाम करने लगी थी। डॉ. नागेश प्रभु ने बताया कि अस्पताल में भर्ती होने के समय, उसका ब्लड प्रेशर, पल्स और शुगर लेवल बहुत कम थे, और आंतरिक अंगों को गंभीर नुकसान हुआ था। उसने पिछले पांच महीनों से भोजन का सेवन बहुत कम कर दिया था और सिर्फ गर्म पानी पर जीवित थी। एनोरेक्सिया नर्वोसा एक गंभीर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को वजन बढ़ने का डर होता है और इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस बीमारी से बचने के लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। वजन कम करने के लिए सही तरीका और एक्सपर्ट की सलाह लेना जरूरी है, क्योंकि ऑनलाइन नुस्खे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

श्रीनंदा का थलसेरी कोऑपरेटिव अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहाँ उसने अंतिम सांस ली। वह पझाशिराजा NSS कॉलेज, मट्टन्नूर में प्रथम वर्ष की छात्रा थी। परिवार के अनुसार, वह वजन बढ़ने की चिंता के कारण पिछले एक साल से ठीक से भोजन नहीं कर रही थी। उसने खाना छोड़ दिया और अत्यधिक व्यायाम करने लगी थी। वह यूट्यूब पर बताए गए डाइट प्लान और वाटर डाइट का पालन कर रही थी।
डॉ. नागेश प्रभु ने बताया कि श्रीनंदा 10 दिनों से अस्पताल में भर्ती थी। अस्पताल में भर्ती होने के समय, उसका ब्लड प्रेशर और पल्स बहुत कम थी। उसका ब्लड शुगर लेवल 40-50 था, जो सामान्य से बहुत कम था। शरीर में जरूरी खनिज भी कम थे और आंतरिक अंगों को गंभीर नुकसान हुआ था।
बताया जा रहा है कि उसने पिछले पांच महीनों से भोजन का सेवन बहुत कम कर दिया था और इसे परिवार से छुपा रही थी। वह सिर्फ गर्म पानी पर जीवित थी। दो हफ्ते पहले ब्लड शुगर कम होने और सांस लेने में तकलीफ होने के कारण उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉ. प्रभु ने कहा कि इस बीमारी में मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। जब श्रीनंदा को अस्पताल लाया गया, तब उसकी स्थिति इतनी गंभीर थी कि मनोचिकित्सा संभव नहीं था। उसका वजन मुश्किल से 24 किलो था और शुगर लेवल, सोडियम और ब्लड प्रेशर भी बेहद कम थे। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ।
एनोरेक्सिया नर्वोसा एक गंभीर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को वजन बढ़ने का डर होता है। वह बहुत कम खाना खाता है या खाना छोड़ देता है। इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके इलाज में मेडिकल केयर, पोषण परामर्श और मनोचिकित्सा शामिल हैं।
इस बीमारी से बचने के लिए, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सही इलाज के लिए मनोचिकित्सक और पोषण विशेषज्ञ से मदद लें। मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। यह दुखद घटना दर्शाती है कि एनोरेक्सिया नर्वोसा एक गंभीर बीमारी है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
वजन कम करने के लिए सही तरीका और एक्सपर्ट की सलाह लेना जरूरी है। ऑनलाइन वजन कम करने के तमाम नुस्खे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।