फ़ोन कॉल से खुली पोल, यूपी विधानसभा अध्यक्ष का OSD बनकर टोल प्लाजा पार करने की कोशिश में युवक गिरफ्तार
कैमूर जिले में एक युवक को उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का ओएसडी बनकर टोल प्लाजा पार करने की कोशिश करना महंगा पड़ गया। मोहनिया थाना प्रभारी को फोन करके खुद को ओएसडी बताने वाले इस युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कार भी जब्त कर ली है। मोहनिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

कैमूर: बिहार के कैमूर जिले में एक युवक को उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का ओएसडी (OSD) बनकर टोल प्लाजा पार करने की कोशिश करना महंगा पड़ गया। मोहनिया थाना प्रभारी को फोन करके खुद को ओएसडी बताने वाले इस युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह घटना कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र में हुई। मोहनिया के एसडीपीओ प्रदीप कुमार ने बताया कि रविवार को मोहनिया थाने के थानाध्यक्ष प्रियेश प्रियदर्शी के सरकारी मोबाइल पर एक कॉल आई। ट्रूकॉलर पर नंबर 'अध्यक्ष, विधानसभा उत्तर प्रदेश' के नाम से दिखा रहा था।
कॉल करने वाले ने खुद को उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष का ओएसडी यादवेंद्र कुमार पांडेय बताते हुए कहा कि उसे लखनऊ जाना है और वह मोहनिया टोल प्लाजा पर है। उसने थानाध्यक्ष से बिना शुल्क दिए टोल प्लाजा पार कराने का अनुरोध किया।
थानाध्यक्ष प्रियेश प्रियदर्शी ने तुरंत सत्यापन शुरू कर दिया। इसी बीच, युवक ने खुद को फंसता देख टोल प्लाजा पर पैसे देकर पार कर गया। थानाध्यक्ष जब टोल प्लाजा पहुंचे तो कार सवार युवक वहां से निकल चुके थे।
पुलिस ने कार का पीछा करते हुए दुर्गावती के पास उसे रोक लिया। पूछताछ में यादवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि वह ओएसडी नहीं है और उसने झूठ बोला था। पुलिस ने उसे और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कार भी जब्त कर ली है। मोहनिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।