कैल्शियम का खजाना: दूध नहीं, तिल खिलाएं, हड्डियां मजबूत बनाएं

यह लेख उन बच्चों के लिए तिल के बीज के लाभों पर प्रकाश डालता है जो दूध पीना पसंद नहीं करते हैं। तिल कैल्शियम, विटामिन डी, मैग्नीशियम और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। लेख में तिल के सेवन के विभिन्न तरीकों और अत्यधिक सेवन से बचने की सलाह दी गई है।

Mar 17, 2025 - 11:52
कैल्शियम का खजाना: दूध नहीं, तिल खिलाएं, हड्डियां मजबूत बनाएं
कई बच्चे दूध पीने में आनाकानी करते हैं, जिससे माता-पिता चिंतित रहते हैं। ऐसे में, तिल के बीज एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं क्योंकि ये कैल्शियम से भरपूर होते हैं। यदि बच्चे दूध नहीं पीते हैं, तो उन्हें तिल से बनी चीजें खिलाई जा सकती हैं।

हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए दूध पीने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ लोग इसे पसंद नहीं करते। तिल कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है और हड्डियों को मजबूत रखने में मददगार प्राकृतिक औषधि है।

तिल के सेवन के कई फायदे हैं:

1. कैल्शियम का स्रोत: तिल में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और उन्हें कमजोर होने से बचाता है।

2. विटामिन डी का स्रोत: तिल में विटामिन डी भी पाया जाता है, जो हड्डियों के लिए आवश्यक है।

3. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: तिल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हड्डियों की सूजन को कम करते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं।

4. मैग्नीशियम का स्रोत: तिल में मैग्नीशियम भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है और उनके टूटने को रोकता है।

तिल की तासीर गर्म होती है और इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में कैल्शियम की अधिकता हो सकती है।