सौगात: पचमढ़ी में बनेगा रोपवे, गडकरी ने दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पचमढ़ी के चौरागढ़ में रोपवे निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिससे वहां की यात्रा सुगम होगी। क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह ने इस पहल के लिए आभार व्यक्त किया है। पचमढ़ी, मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, जहाँ भगवान शिव के भक्त त्रिशूल चढ़ाने के लिए 1300 सीढ़ियों वाले कठिन रास्ते से होकर जाते थे। रोपवे बनने से यह यात्रा आसान हो जाएगी। सांसद दर्शन सिंह ने पचमढ़ी को विश्व पटल पर पहचान दिलाने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए संसद में रोपवे निर्माण और हवाई पट्टी बनाने की मांग की थी। यह रोपवे प्रियदर्शनी पॉइंट से चौरागढ़ मंदिर तक आधा किलोमीटर लंबा होगा।

इस रोपवे के बनने से मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में पर्यटकों और भगवान शिव के भक्तों के लिए चौरागढ़ की चढ़ाई आसान हो जाएगी। केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रोपवे बनाने की मांग को स्वीकार कर लिया है, जिसके लिए 400 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी है।
पचमढ़ी में भगवान शिव के भक्त त्रिशूल चढ़ाने के लिए बड़े महादेव से 3 किलोमीटर के रास्ते में बनी 1300 सीढ़ियों वाले कठिन रास्ते से होकर जाते थे, लेकिन अब रोपवे बनने से यह यात्रा आसान हो जाएगी। पचमढ़ी, मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है और यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसे भगवान भोलेनाथ की नगरी भी कहा जाता है। माना जाता है कि यहां भगवान भोलेनाथ ने तपस्या की थी। यहां जटाशंकर, गुप्त महादेव, बड़े महादेव आदि शिव मंदिर हैं। महादेव मंदिर से 3 किलोमीटर की ऊंचाई पर चौरागढ़ स्थल है, जहां शिवभक्त त्रिशूल चढ़ाने हजारों की संख्या में जाते हैं। इस कठिन रास्ते पर लगभग 1300 सीढ़ियां हैं, जो शिव भक्तों के लिए मुश्किल भरी होती है। यहां कोई वाहन या जानवर की सवारी नहीं पहुंच सकती, इसलिए पैदल ही ऊंची चढ़ाई को पार करना होता है। पैदल यात्रा करने पर चौरागढ़ तक पहुंचने में लगभग 3 घंटे का समय लगता है।
क्षेत्रीय सांसद दर्शन सिंह ने पचमढ़ी को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए संसद में आवाज उठाई थी। उन्होंने दो बार संसद में चौरागढ़ जाने के लिए रोपवे निर्माण की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने पचमढ़ी या आसपास मटकुली में हवाई पट्टी बनाने की मांग भी की, ताकि यहां छोटे प्लेन चलाए जा सकें, जिससे देश-विदेश से पर्यटक सीधे पचमढ़ी से जुड़ सकें। उनकी मांग को ध्यान में रखकर अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पचमढ़ी में रोपवे निर्माण को मंजूरी दे दी है। यहां अब 400 करोड़ की लागत से रोपवे का काम शुरू होगा। दर्शन सिंह ने कहा है कि वे पचमढ़ी की धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत के संरक्षण के साथ-साथ पर्यटन के विकास के लिए संकल्पित हैं। पचमढ़ी में 400 करोड़ से बनने वाले रोपवे को यहां के प्रियदर्शनी पॉइंट से लेकर चौरागढ़ मंदिर तक बनाया जाएगा। इसकी लंबाई आधा किलोमीटर के लगभग होगी। रोपवे बनने के बाद कुछ ही मिनटों में यह कठिन दूरी तय हो जाएगी।