Success Story: दो भाइयों ने नौकरी छोड़कर शुरू की मशरूम खेती, हर दिन कमा रहे हैं 2 लाख रुपये

शहर में नौकरी करने वाले अक्सर ये सोचते हैं कि इससे अच्छा गांव में कोई खेती करते कमाई कर ली होती. आगरा के दो भाइयों ने मशरूम की खेती करके हर महीने 1 लाख रुपये कमाने शुरू कर दिए. ये दोनों भाई रोजाना 1600 किलो मशरूम उत्पादन करते हैं जिसकी डिमांड कई शहरों में है. मेहनत और लगन से किए गए इस बिजनेस में ये लगभग 7 करोड़ रुपये सालाना मुनाफा कमा रहे हैं.

Dec 13, 2025 - 12:13
Success Story: दो भाइयों ने नौकरी छोड़कर शुरू की मशरूम खेती, हर दिन कमा रहे हैं 2 लाख रुपये

आगरा के एक छोटे से गांव में दो भाइयों ने ऐसा फैसला लिया, जिसने उनकी जिंदगी ही बदल डाली। खेती का बिल्कुल भी अनुभव न होने के बावजूद दोनों ने नौकरी छोड़कर मशरूम की दुनिया में कदम रखा। जहां लोग 9 से 5 की भागदौड़ में उलझे रहते हैं, वहीं इन भाइयों ने जोखिम उठाकर अपनी जमीन पर नया सपना बोया—और आज वही सपना उनकी सबसे बड़ी कमाई का जरिया बन चुका है।

कोविड के बीच 2019 में ऋषभ दुबई की नौकरी छोड़कर भारत आ गए। यह खबर सुनते ही लंदन से बीबीए कर चुके उनके भाई आयुष ने भी ठान लिया कि वे साथ मिलकर कुछ बड़ा करेंगे। 2021 में दोनों ने खीरे की खेती शुरू की, लेकिन जल्द ही समझ आ गया कि असली सोना तो मशरूम में छुपा है—कम जगह, कम समय और मुनाफा कई गुना ज्यादा!

फिर क्या था—2022 में दोनों ने अपनी जमीन पर 12 हाई-टेक कोल्ड चैंबर्स बनवाए। हर चैंबर में 13 डिग्री का नियंत्रित तापमान रखा गया, जहां रोजाना 3000 बेड्स पर लगभग 16,000 किलो तक मशरूम उगने लगे। गांव में मौजूद यह छोटा-सा सेटअप अब एक बड़े स्तर के प्रोडक्शन हब में बदल गया।

मशरूम की खेती के लिए वे कंपोस्ट भी खुद तैयार करते हैं। गेहूं और धान के भूसे को रैक पर सायंटिफिक तरीके से मिलाकर करीब एक महीने में बेहतरीन क्वालिटी का कंपोस्ट तैयार होता है। इसके बाद सिर्फ एक महीने में उगाने से लेकर तोड़ने तक का पूरा साइकिल पूरा हो जाता है—यानी हर महीने नई फसल और नई कमाई।

शुरुआत में उन्होंने मशरूम स्थानीय दुकानों पर कम दाम में बेचा, लेकिन जैसे-जैसे क्वालिटी की चर्चा फैली, उन्होंने प्रीमियम रेट तय कर दिया। अब वे बिना किसी बिचौलिए के सीधे कंपनियों और बड़े होलसेलर्स को ताजी फसल सप्लाई करते हैं। उन्हें मिलता है बढ़िया दाम और ग्राहकों को मिलते हैं ताजे, हाई-क्वालिटी मशरूम।

आज उनकी स्मार्ट फार्मिंग हर दिन करीब 2.14 लाख रुपये का टर्नओवर दे रही है और सालभर में मुनाफा 7 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। आगे दोनों भाई मशरूम की कैनिंग और खुद का स्पॉन तैयार करने की योजना बना रहे हैं—जिससे उनका बिजनेस अगले कुछ सालों में कई गुना तेज रफ्तार पकड़ने वाला है।