Success Story: भोपाल के अमित ने कर दिया कमाल, 10 लाख लगाकर खड़ी कर दी 150 करोड़ की कंपनी

Success Story: कहते हैं जहां चाह है, वहां राह है। किसी भी काम को लगन से किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के भोपाल के अमित निगम ने कर दिखाया। अपने जुनून के दम पर 10 लाख रुपये से शुरू किए गए बिजनेस को करोड़ों रुपये में पहुंच दिया।

Dec 13, 2025 - 12:11
Success Story: भोपाल के अमित ने कर दिया कमाल, 10 लाख लगाकर खड़ी कर दी 150 करोड़ की कंपनी

कभी एक साधारण परिवार में पले-बढ़े अमित निगम की जिंदगी आज प्रेरणा की मिसाल बन चुकी है। सीमित साधनों के बावजूद उन्होंने मेहनत और जज्बे की ताकत से ऐसा कारनामा किया, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। सिर्फ 10 लाख रुपये की छोटी-सी शुरुआत से उन्होंने आज करोड़ों रुपये का साम्राज्य खड़ा कर दिया है। भोपाल के इस उद्यमी ने न सिर्फ अपना भविष्य संवारा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार देकर समाज में बड़ा बदलाव लाने की पहल भी की। ‘बैंकइट’ के जरिए अमित उन लोगों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचा रहे हैं, जो अब तक इन सेवाओं से दूर थे।

द वीकेंड लीडर की एक रिपोर्ट बताती है कि साल 2017 में अमित ने डिजिटल पेमेंट स्टार्टअप ‘बैंकइट’ लॉन्च किया था। उनका सपना था कि देश के अंतिम व्यक्ति तक वित्तीय सेवाएं आसानी से पहुंचाई जाएं। सिर्फ पांच साल में इस स्टार्टअप ने हैरतअंगेज प्रगति की और आज कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। बैंकइट अब देशभर में लाखों लोगों के लिए भरोसेमंद सेवा प्लेटफॉर्म बन गया है।

पिता वकील, पर बेटे का झुकाव मैनेजमेंट की ओर

मध्य प्रदेश के भोपाल में जन्मे अमित निगम ऐसे परिवार से आते हैं, जहां अधिकतर लोग सरकारी नौकरी करते थे। उनके पिता इलाहाबाद हाई कोर्ट में सीनियर वकील थे और परिवार की इच्छा थी कि अमित भी कानून या सरकारी सेवा में ही अपना करियर बनाएं। लेकिन अमित के सपने बिल्कुल अलग थे—उन्हें मैनेजमेंट और बिजनेस की दुनिया बेहद आकर्षित करती थी। परिवार के दबाव के बावजूद उन्होंने अपनी राह चुनी और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में B.A. किया, जिसके बाद नोएडा से मार्केटिंग में पीजीडीएम पूरा किया।

नौकरी को अलविदा, सपनों के पीछे दौड़े अमित

पढ़ाई पूरी होते ही अमित को दिल्ली की इंडियन रेयॉन लिमिटेड में 10,000 रुपये महीने की नौकरी मिल गई। जॉइनिंग मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर हुई, लेकिन केवल छह महीनों में ही उनका प्रदर्शन देखकर कंपनी ने प्रमोशन दे दिया। 1993 से 1995 तक यहां काम करने के बाद उन्होंने एस्कॉर्टेल, उषा और एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। सेल्स और मार्केटिंग के क्षेत्र में अनुभव ने उनके अंदर भविष्य में कुछ बड़ा करने की चिंगारी जगा दी।

बैंकइट का जन्म—10 लाख से बनी करोड़ों की कंपनी

साल 2017 में अमित ने अपनी सेविंग्स के 10 लाख रुपये लगाकर ‘बैंकइट’ की नींव रखी। उनका उद्देश्य था कि दिहाड़ी मजदूरों और प्रवासी श्रमिकों को बैंकिंग सेवाओं की जटिलता से मुक्ति दिलाई जाए। अक्सर बड़े शहरों में रहने वाले ये लोग बैंक खाता खुलवाने, पैसे भेजने या बिल जमा करने जैसी सुविधाओं से वंचित रह जाते थे। बैंकइट ने इन्हें एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म दिया, जहां खाता खोलने से लेकर बीमा, आरडी, एफडी और भुगतान—सब कुछ एक ऐप पर संभव हो गया। आज यह ऐप पूरे देश में बैंकिंग को बेहद आसान बना चुका है।

टर्नओवर पहुंचा 150 करोड़ रुपये, सफलता निरंतर जारी

अमित के मजबूत विजन और जबरदस्त रणनीति ने बैंकइट को नई उड़ान दी। जहां 2020-21 में कंपनी का रेवेन्यू सिर्फ 15 करोड़ रुपये था, वहीं 2023-24 में यह बढ़कर 150 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। बैंकइट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का हेड ऑफिस नोएडा में स्थित है और कंपनी तेजी से विस्तार कर रही है। अमित निगम का यह सफर साबित करता है कि सही समय पर लिया गया फैसला जिंदगी को पूरी तरह बदल सकता है।