यूपी की बेटी की अविश्वसनीय छलांग: BPSC से UPSC तक पहुँची और बनी चमकती IPS अधिकारी

Success Story IPS Tanoo Singh: पहले BPSC और फिर UPSC में सफलता हासिल करके उत्तर प्रदेश की बेटी अफसर बनी। आईपीएस तनु की कहानी अनगिनत उम्मीदवारों को प्रेरित करती है।

Dec 13, 2025 - 12:09
यूपी की बेटी की अविश्वसनीय छलांग: BPSC से UPSC तक पहुँची और बनी चमकती IPS अधिकारी

एक दिल छू लेने वाले इंटरव्यू में तनु अपने सफर की शुरुआत बताते हुए कहती हैं कि वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के छोटे से गांव गौरीबाजार से आती हैं। उनके पिता रणजीत सिंह इंडियन आर्मी में नायक के पद पर देश की सेवा कर चुके हैं, जबकि उनकी मां सीमा सिंह गृहिणी हैं और हमेशा परिवार की रीढ़ बनकर खड़ी रहीं। तनु की शुरुआती पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल में हुई और इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन पूरा किया।

स्नातक के बाद उनके सपनों ने नई उड़ान भरी और वह पटना पहुंचीं, जहां उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी की ठानी। दिन-रात की कड़ी मेहनत और अटूट समर्पण के बाद उन्होंने BPSC परीक्षा को सफलतापूर्वक पास किया। उनका चयन ब्लॉक पंचायती राज अधिकारी के पद पर हुआ, लेकिन उनके मन में UPSC का बड़ा सपना लगातार धड़कता रहा और उन्होंने तैयारी जारी रखी।

UPSC की राह आसान नहीं थी—पहले तीन प्रयासों में उन्हें नाकामी का सामना करना पड़ा। नौकरी और पढ़ाई को साथ लेकर चलना मुश्किल था, पर तनु ने कभी हार नहीं मानी। चौथे अटेम्प्ट के लिए उन्होंने रणनीति बदली, गहरा रिवीजन किया और आत्मविश्वास को हथियार बनाकर एक बार फिर परीक्षा के मैदान में उतरीं।

आखिरकार UPSC CSE 2022 ने उनके जीवन में सुनहरा मोड़ लाया। इस बार उन्होंने न केवल परीक्षा पास की बल्कि शानदार 540वीं रैंक हासिल कर सबको चौंका दिया। अंतिम परिणाम आने पर उनका चयन IPS पद के लिए हुआ और पूरा परिवार गर्व से भर उठा।

तनु अपनी हर सफलता का श्रेय अपने पिता को देती हैं। उनका कहना है कि पिता ने कभी उन पर कोई दबाव नहीं बनाया, बल्कि हमेशा भरोसा, हौसला और unconditional support दिया। आज तनु की यह प्रेरणादायक कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक चमकती मिसाल है, जो कठिनाइयों से लड़ते हुए अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।

यूपी के गोरखपुर की निवासी, BHU से पढ़ाई

बीपीएससी क्रैक करने के बाद इस पद पर चयन

UPSC के 3 प्रयासों में नहीं मिली सफलता

UPSC CSE 2022 में 540वीं रैंक

अपने पिता को मानती हैं आदर्श