मेरठ: पाकिस्तानी सोशल मीडिया कनेक्शन में NIA और ATS की छापेमारी, लड़के से पूछताछ

मेरठ के खिवाई में NIA और ATS ने पाकिस्तान कनेक्शन की जांच में एक किशोर को हिरासत में लिया। वह सोशल मीडिया पर भारत विरोधी ग्रुप्स में सक्रिय था, पर बाद में ग्रुप छोड़ दिए थे। NIA ने उसे गवाह बनाया और परिवार को निगरानी रखने की चेतावनी दी। पुलिस ने उसे आरोपी नहीं माना। पहले भी खिवाई में छापेमारी हुई थी और जांच अभी जारी है।

Mar 12, 2025 - 15:43
मेरठ: पाकिस्तानी सोशल मीडिया कनेक्शन में NIA और ATS की छापेमारी, लड़के से पूछताछ
मेरठ के कस्बा खिवाई में एनआईए और एटीएस ने पाकिस्तान कनेक्शन की जाँच के चलते कई घरों पर छापेमारी की। इस दौरान, एक 16 वर्षीय लड़के को हिरासत में लिया गया और उससे लगभग 5 घंटे तक पूछताछ की गई। बाद में, उसे नोटिस देकर उसके परिवार को सौंप दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, वह लड़का पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया ग्रुप्स में एक्टिव था, जिनमें भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल लोग थे। हालाँकि, यह भी कहा जा रहा है कि लड़के ने बाद में ये ग्रुप छोड़ दिए थे, लेकिन जाँच एजेंसियां उस पर नज़र रख रही थीं।

मंगलवार को एनआईए और एटीएस की टीम खिवाई पहुंची और कुछ लड़कों के घरों की तलाशी ली। हिरासत में लेने के बाद, उसे पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहाँ उसकी सोशल मीडिया एक्टिविटीज की गहराई से जाँच की गई। जाँच के दौरान, स्थानीय इंटेलिजेंस Department के अधिकारी भी मौजूद थे। टीम ने पूरी प्रक्रिया को गुप्त रखा और लोकल पुलिस के साथ ज़्यादा जानकारी साझा नहीं की। जाँच एजेंसी ने पहले हिरासत में लिए गए हाफिज के बारे में भी जानकारी मांगी, जो मस्जिद में नहीं मिला। एनआईए ने लड़के का बयान दर्ज किया और उसे सहारनपुर सहित दूसरे राज्यों के आरोपित लड़कों के मामलों में गवाह बनाया।

साथ ही, उसके परिवार को उसकी गतिविधियों पर ध्यान रखने के लिए कहा गया और चेतावनी दी गई कि उसे किसी भी समय पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। लोकल पुलिस ने साफ किया कि लड़के को आरोपित नहीं बनाया गया है और उससे कोई संदिग्ध कागजात नहीं मिले हैं। वह सिर्फ जाँच में गवाह है। इससे पहले, 6 अक्टूबर, 2024 को भी जाँच एजेंसियों ने खिवाई में छापेमारी की थी, जिसमें हाफिज को हिरासत में लिया गया था और एक लड़के को साथ ले जाया गया था, जबकि दो को छोड़ दिया गया था। उस समय परिवार ने क्लीन चिट मिलने का दावा किया था। जाँच टीम तभी से इलाके के संदिग्धों पर नज़र रख रही है। एनआईए और एटीएस ने साफ किया है कि जाँच जारी रहेगी और किशोर और दूसरे संदिग्धों की गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। अगर कोई और सबूत मिलता है, तो आगे कार्रवाई की जाएगी।