संभल पर योगी का बड़ा बयान: विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन न करें

यह पृष्ठ नवभारत टाइम्स से योगी आदित्यनाथ द्वारा संभल के बारे में दिए गए एक बयान के बारे में एक समाचार लेख है। उनका कहना है कि संभल इस्लाम से पहले अस्तित्व में था और लोगों को विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन नहीं करना चाहिए। उन्होंने संभल के महत्व को एक तीर्थ स्थल और हिंदू धर्मग्रंथों में इसके ऐतिहासिक महत्व के रूप में भी उल्लेख किया। लेख में विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन करने वालों की उनकी आलोचना और उनके डीएनए परीक्षण कराने के आह्वान के बारे में भी जानकारी शामिल है। लेख में संभल में हुई ऐतिहासिक घटनाओं, जैसे मुगल आक्रमणकारियों द्वारा हिंदू मंदिरों को नष्ट करने के बारे में भी जानकारी दी गई है।

Mar 12, 2025 - 15:40
संभल पर योगी का बड़ा बयान: विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन न करें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि संभल इस्लाम से पहले अस्तित्व में आया था। उन्होंने लोगों को विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन न करने की सलाह दी, जिससे इस विषय पर चर्चा होना तय है।

प्रमुख बातें:
  • योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल से जुड़े तथ्य सामने आने पर कुछ लोग अपना चेहरा दिखाने लायक नहीं रहेंगे।
  • उन्होंने पुराणों में संभल के उल्लेख की बात की और इसके इस्लाम से पहले के इतिहास को बताया।
  • योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत में रहकर दूसरों की प्रशंसा करने वालों को अपना डीएनए टेस्ट कराना चाहिए।

योगी आदित्यनाथ ने विदेशी आक्रमणकारियों के महिमामंडन पर हमला बोलते हुए कहा कि जब संभल जैसे मामले सामने आएंगे, तो ऐसे लोग कुछ भी कहने के लायक नहीं रहेंगे। उन्होंने यह बयान आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर के एक कार्यक्रम में दिया। देश में होली और जुमे की नमाज को लेकर पहले से ही राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, और औरंगजेब के मुद्दे पर भी राजनीति हो रही है। ऐसे में, योगी आदित्यनाथ ने संभल के मुद्दे के माध्यम से इस तरह की राजनीति करने वालों को सीधी चेतावनी दी है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन बंद होना चाहिए, अन्यथा संभल जैसे कई मामले सामने आएंगे और वे मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे अंदर सबको साथ लेकर चलने की भावना है। उनके इस बयान को वर्तमान राजनीतिक माहौल के बीच महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उन्होंने संभल को आस्था का केंद्र बताया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल एक सच्चाई है और वह हर पंथ-संप्रदाय का सम्मान करते हैं। लेकिन, किसी को भी जबरन किसी जगह पर कब्जा करने और किसी की आस्था को खत्म करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। संभल एक तीर्थस्थल रहा है, जहाँ 68 तीर्थ थे, जिनमें से केवल 18 की खोज अभी तक हो पाई है। 56 साल बाद यहाँ के शिव मंदिर में जलाभिषेक किया गया।

योगी आदित्यनाथ ने संभल को इस्लाम से भी पुराना बताते हुए कहा कि इसका उल्लेख पुराणों में मिलता है, जिनकी रचना 5000 से 3500 वर्ष पहले हुई थी। उन्होंने कहा कि पुराणों में भगवान श्रीहरि विष्णु के दसवें अवतार कल्कि के संभल में आने का उल्लेख है। उन्होंने मुगल आक्रमणकारियों द्वारा मंदिरों को तोड़ने की घटनाओं का भी जिक्र किया।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुगल आक्रमणकारियों में मीर बाकी ने मंदिरों को तोड़ने का काम किया। उन्होंने कहा कि 1526 में संभल में श्री हरि विष्णु का मंदिर तोड़ा गया, और 1528 में अयोध्या में राम मंदिर तोड़ा गया। यह अपराध मुगल आक्रमणकारी अमीर बाकी ने किया था।

योगी आदित्यनाथ ने संभल को तीर्थ बताते हुए कहा कि वहाँ 68 तीर्थ थे, जिनमें से अभी तक केवल 18 तीर्थों को ही खोजा जा सका है। उन्होंने यह भी कहा कि संभल में 19 कूप थे, और उन सभी 19 कूपों को खोजकर उनका उत्खनन कराया जा रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि 56 वर्षों के बाद संभल के शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रदेश की जनता को जाति के नाम पर बांटने का ठेका लिए हैं, उन्हें ये मामले क्यों नहीं दिखाई दिए।

विदेशी आक्रमणकारियों का गुणगान करने वालों पर निशाना साधते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग भारत में रहकर इस प्रकार की बातें कर रहे हैं, उन्हें अपने डीएनए की जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रमणकारियों का महिमामंडन करना बंद कर दें, अन्यथा संभल जैसे तथ्य सामने आने पर वे कहीं भी मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेंगे।