आजमगढ़ में 219 मदरसे कागजों पर, संचालकों पर धोखाधड़ी का केस

आजमगढ़ में 219 मदरसे कागजों पर चलने के कारण धोखाधड़ी के मामले दर्ज। ईओडब्ल्यू की जांच में मदरसों का अस्तित्वहीन होना पाया गया, फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन प्राप्त किया गया। 2017 में शिकायत के बाद एसआईटी जांच में 219 मदरसे फर्जी पाए गए। पुलिस अधीक्षक मीणा ने बताया कि फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। पहला मामला 6 फरवरी को दर्ज हुआ, 22 थानों में मामले दर्ज, जांच जारी।

Mar 16, 2025 - 23:43
आजमगढ़ में 219 मदरसे कागजों पर, संचालकों पर धोखाधड़ी का केस
आजमगढ़ जिले में 219 मदरसे सिर्फ कागजों पर चलने की वजह से धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की जांच में यह खुलासा हुआ कि इन मदरसों का कोई वास्तविक अस्तित्व नहीं था।

मदरसा संचालकों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी धन प्राप्त किया। इस मामले में 22 थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। ईओडब्ल्यू की जांच में पता चला कि मदरसों का भौतिक अस्तित्व नहीं था और वे केवल कागजों पर चल रहे थे।

साल 2017 में सरकार को शिकायत मिलने के बाद एसआईटी ने जांच शुरू की, जिसमें 219 मदरसे फर्जी पाए गए। पुलिस अधीक्षक मीणा ने बताया कि ईओडब्ल्यू ने मामले की जांच की और पाया कि मदरसा संचालकों ने फर्जी दस्तावेजों से सरकारी धन प्राप्त किया था। उन्होंने यह भी कहा कि जाली दस्तावेजों के माध्यम से सरकारी धन प्राप्त करने वाले मदरसा संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर कुंवर ब्रह्म प्रकाश सिंह की शिकायत पर पहला मामला 6 फरवरी को कंधरापुर थाने में दर्ज किया गया था। इसके बाद शहर कोतवाली, सिधारी, रानी की सराय, मुबारकपुर और निजामाबाद समेत 22 थानों में मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने बताया कि जांच जारी है और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।