जाफर ट्रेन हाइजैक: चीन-पाक रिश्तों में बढ़ी अविश्वास की खाई
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद चीन और पाकिस्तान के बीच अविश्वास गहरा सकता है। चीन बलूचिस्तान में अपने निवेश को लेकर चिंतित है, जबकि BLA चीनी निवेश का विरोध कर रही है। बलूचिस्तान में सुरक्षा की स्थिति को लेकर चीनी अधिकारी चिंतित हैं। पाकिस्तान ने CPEC में चीनी कर्मियों की सुरक्षा के लिए SSD तैनात की है, फिर भी चीन को पाकिस्तान की क्षमता पर संदेह है। BLA चीनी निवेश को उत्पीड़न में भागीदारी के रूप में देखती है और लगातार हमले कर रही है। CPEC में भागीदारी बढ़ने से BLA ने चीन को निशाना बनाया है, जिससे रिश्तों पर असर पड़ सकता है।

बलूचिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंता: बलूचिस्तान में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर चीनी अधिकारी लगातार चिंता जता रहे हैं। CPEC में शामिल चीनी कर्मियों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान ने 15,000 जवानों वाली स्पेशल सिक्योरिटी डिवीजन (SSD) तैनात की है। फिर भी, चीन को पाकिस्तान की क्षमता पर संदेह है।
बीएलए का विरोध: बीएलए और अन्य विद्रोही समूह चीनी निवेश को बलूच लोगों पर पाकिस्तानी सेना के उत्पीड़न में भागीदारी के रूप में देखते हैं। अगस्त 2023 में हुए एक बड़े हमले सहित सीपीईसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे चीनी नागरिकों पर बीएलए के हमले लगातार जारी हैं।
रिश्तों पर असर: बीएलए की कार्रवाई बलूच विद्रोहियों के एक व्यापक आंदोलन का हिस्सा है। CPEC में चीनी भागीदारी बढ़ने के साथ, BLA ने चीन को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, जिससे चीन और पाकिस्तान के रिश्तों पर असर पड़ सकता है।