जमीन बेचकर दुल्हन को iPhone: भाइयों ने रची साजिश

नालंदा में प्रॉपर्टी डीलर नीरज कुमार की हत्या का खुलासा हुआ, जिसमें चचेरा भाई मास्टरमाइंड निकला। उसने शादी के खर्च के लिए 75 लाख की संपत्ति बेची, पर परिवार को हिस्सा नहीं दिया, जिससे भाइयों में मनमुटाव था। केशव ने नीरज को बुलाया और गोली मार दी, फिर शव को कुएं में फेंक दिया। नीरज ने पत्नी को 10 लाख का हीरे का हार, 10 लाख के जेवर और आईफोन दिया था, जिसकी जानकारी आरोपियों को थी। पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया।

Mar 22, 2025 - 08:14
जमीन बेचकर दुल्हन को iPhone: भाइयों ने रची साजिश
नालंदा पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर हत्याकांड का खुलासा किया, जिसमें मृतक का चचेरा भाई ही मास्टरमाइंड निकला। पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच करते हुए पूरे मामले का पर्दाफाश किया, जो कि बेहद चौंकाने वाला था।

मुख्य बातें:
  • नालंदा में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का खुलासा।
  • मृतक का चचेरा भाई ही हत्यारा निकला।
  • नालंदा पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया।

पुलिस के अनुसार, राजगीर थाना क्षेत्र के नई पोखर मोहल्ला में प्रॉपर्टी डीलर नीरज कुमार की हत्या का मामला 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया गया। इस मामले में तीन चचेरे भाइयों समेत पांच बदमाशों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है। एसपी भारत सोनी ने बताया कि नीरज परिवार का मुखिया था और अगले महीने उसकी शादी होने वाली थी। शादी के खर्च के लिए उसने 75 लाख की पुस्तैनी संपत्ति बेची थी, लेकिन उसने गोतिया के किसी भी हिस्सेदार को कोई हिस्सा नहीं दिया था, जिसके कारण चचेरे भाइयों में मनमुटाव चल रहा था।

गिरफ्तार आरोपियों में केशव कुमार, हर्षित कुमार, हरिओम कुमार, सौरव कुमार उर्फ मासू और केशव कुमार उर्फ बौना शामिल हैं। केशव ने नीरज को फोन करके घर से बाहर बुलाया, फिर उसने पहली गोली मारी, जबकि हर्षित ने दूसरी और तीसरी गोली मारी। गोली मारने के बाद शव को घसीटकर कुएं के पास ले जाकर फेंक दिया गया। हत्या के दूसरे दिन, केशव के इशारे पर अन्य भाइयों ने हंगामा किया ताकि किसी को शक न हो। केशव ने ही नीरज को मुखाग्नि भी दी थी, लेकिन गिरफ्तारी के बाद धीरज को यह जिम्मेदारी दी गई।

पुलिस के खुलासे के बाद ग्रामीणों में कई तरह की चर्चाएं हैं। नीरज का तिलक समारोह 25 मार्च को था और अप्रैल में शादी होने वाली थी। परिवार का मुखिया होने के नाते, उसने अपनी होने वाली पत्नी को बिना किसी को बताए 10 लाख का हीरे का हार, 10 लाख के सोने के जेवर और एक आईफोन दिया था, जिसकी जानकारी आरोपियों को लग गई थी। इसके बाद आरोपियों ने मिलकर हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।

इस घटना के खुलासे में डीएसपी सुनील कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय कुमार, मनीष भारद्वाज, डीआईओ प्रभारी आलोक कुमार, थानाध्यक्ष रमन कुमार, मो. इरफान, सत्यम तिवारी, मुरली मनोहर आजाद, निशी कुमार, दीपक कुमार और अपर थानाध्यक्ष राजगीर संजीव कुमार सिंह शामिल थे। पुलिस ने गहन जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा कर दिया, जिसमें पैसे नहीं मिलने के कारण हत्या को अंजाम दिया गया था。