प्रज्ञा कुमारी: रंगों से लगाव ने दिलाई मिसाल, अररिया की बेटी की अनूठी कहानी

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, अररिया की प्रज्ञा कुमारी की कहानी प्रेरणादायक है। आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हुए भी, प्रज्ञा ने कला के प्रति प्रेम को जीवित रखा और 2100 वर्ग फीट के कैनवास पर भगवान शिव की एक अद्भुत पेंटिंग बनाई। वर्तमान में, वह बिहार की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले 18 मीटर लंबे मानचित्र पर काम कर रही हैं। प्रज्ञा ने अपने कला के माध्यम से अपने गाँव और राज्य का नाम रोशन करने का संकल्प लिया। संसाधनों की कमी और आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने ट्यूशन पढ़ाकर सामग्री जुटाई और कड़ी मेहनत की। प्रज्ञा की यात्रा संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है।

Mar 8, 2025 - 16:38
प्रज्ञा कुमारी: रंगों से लगाव ने दिलाई मिसाल, अररिया की बेटी की अनूठी कहानी
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, अररिया जिले की प्रज्ञा कुमारी की कहानी प्रेरणादायक है। आर्थिक तंगी के बावजूद, प्रज्ञा ने अपने शौक को पूरा करने के लिए ट्यूशन पढ़ाकर पैसे कमाए और उनसे 2100 वर्ग फीट के कैनवास पर भगवान शिव की पेंटिंग बनाई। प्रज्ञा प्राकृतिक रंगों का उपयोग करती हैं और उनकी कला को देश भर में सराहा गया है। वर्तमान में, वह बिहार की कला, इतिहास और संस्कृति को दर्शाती 18 मीटर लंबी पेंटिंग पर काम कर रही हैं, जिसे बिहार दिवस पर प्रदर्शित किया जाएगा।

प्रज्ञा को बचपन से ही रंगों के प्रति गहरा लगाव था। स्कूल और कॉलेज में, उसने पेंटिंग प्रतियोगिताओं में हमेशा पहला स्थान प्राप्त किया। अपने गांव और राज्य का नाम रोशन करने के दृढ़ संकल्प के साथ, प्रज्ञा ने भगवान शिव की एक विशाल पेंटिंग बनाने का फैसला किया। संसाधनों की कमी और आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद, उन्होंने ट्यूशन पढ़ाकर सामग्री जुटाई और छह महीने में पेंटिंग पूरी की।

उनकी असाधारण कृति सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, और उन्हें कई संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया। वर्तमान में, प्रज्ञा 18 मीटर लंबी बिहार के मानचित्र की पेंटिंग पर काम कर रही है और हस्तनिर्मित कलाकृतियों को बेचकर आत्मनिर्भर बनने का प्रयास कर रही है। उनकी कला से प्रेरित होकर कई बच्चे उनसे प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रज्ञा की यात्रा संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है, जो उन्हें और उनके क्षेत्र को गौरवान्वित करती है।