ट्रंप का भारत पर टैरिफ को लेकर यू-टर्न: दिल्ली उत्पादों पर टैरिफ कम करने को राजी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने पर राजी हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलता है, जो एक तरह से बैन के समान है। ट्रंप की यह टिप्पणी भारत के अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की बात कहने के कुछ घंटों बाद आई है। पीएम मोदी और ट्रंप ने 13 फरवरी को वॉशिंगटन डीसी में बातचीत की थी, जिसमें दोनों पक्ष इस साल के अंत तक एक बड़े व्यापार समझौते पर बातचीत करने और 2030 तक 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर के वार्षिक व्यापार का लक्ष्य रखने पर सहमत हुए थे। अमेरिका की ओर से दबाव के बाद भारत सरकार ने हालिया बजट में कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने की घोषणा की है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ को लेकर लगातार दबाव बनाया है। उन्होंने कांग्रेस के संयुक्त सत्र में भारत, चीन और कनाडा को घेरा और कहा कि भारत अमेरिकी वाहनों पर 100% टैरिफ लगाता है।
ट्रंप ने कहा है कि भारत टैरिफ कम करने पर राजी हो गया है क्योंकि उन्होंने भारत की टैरिफ नीति पर बात की थी। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर बहुत ज्यादा टैरिफ वसूलता है, जो एक तरह से बैन के समान है। अब भारत अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ में कटौती करना चाहता है।
ट्रंप की यह टिप्पणी भारत के अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की बात कहने के कुछ घंटों बाद आई है, जिसमें टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करना शामिल है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों देशों में द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बात हुई थी। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी अमेरिका में द्विपक्षीय व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने पर चर्चा की है।
ट्रंप ने पद संभालने के बाद से ही टैरिफ के मामले में भारत को घेरा है और कहा है कि भारत की ओर से अमेरिकी उत्पादों पर लगने वाला टैरिफ बहुत ज्यादा है। पीएम मोदी और ट्रंप ने 13 फरवरी को वॉशिंगटन डीसी में बातचीत की थी, जिसमें दोनों पक्ष इस साल के अंत तक एक बड़े व्यापार समझौते पर बातचीत करने और 2030 तक 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर के वार्षिक व्यापार का लक्ष्य रखने पर सहमत हुए थे।
अमेरिका की ओर से दबाव के बाद भारत सरकार ने हालिया बजट में कुछ अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने की घोषणा की है। दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत का उद्देश्य व्यापार को बढ़ाना और व्यापार घाटे को कम करना है।