उपराष्ट्रपति धनखड़ ने प्रोटोकॉल उल्लंघन पर जताई नाराजगी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रोटोकॉल के महत्व पर जोर देते हुए चीफ जस्टिस बी आर गवई के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ अपनी तस्वीर न होने पर दुख व्यक्त किया और खुद को प्रोटोकॉल का 'पीड़ित' बताया। धनखड़ ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि उनके बाद आने वाले उपराष्ट्रपति की तस्वीर अवश्य लगाई जाए। चीफ जस्टिस गवई ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और मुंबई पुलिस आयुक्त के उनके स्वागत के लिए मौजूद न होने पर नाराजगी जताई थी। धनखड़ ने नौकरशाहों का ध्यान आकर्षित करने के लिए सीजेआई का आभार व्यक्त किया।

धनखड़ ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि उनके बाद आने वाले उपराष्ट्रपति की तस्वीर अवश्य लगाई जाए। उन्होंने चीफ जस्टिस गवई की नाराजगी का समर्थन करते हुए कहा कि प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है।
क्या है मामला?
चीफ जस्टिस गवई ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और मुंबई पुलिस आयुक्त के उनके स्वागत के लिए मौजूद न होने पर नाराजगी जताई थी। न्यायमूर्ति गवई ने 14 मई को उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी।
'...सीजेआई का वास्तव में आभारी हूं'
दिल्ली में एक कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा कि उन्हें आज सुबह एक महत्वपूर्ण बात याद आई कि हमें प्रोटोकॉल में विश्वास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधान न्यायाधीश और प्रोटोकॉल को बहुत महत्व दिया जाता है। उपराष्ट्रपति ने नौकरशाहों का ध्यान आकर्षित करने के लिए सीजेआई का आभार व्यक्त किया।