मृत और जेल में बंद शिक्षकों को शिक्षा विभाग का नोटिस
बिहार के पूर्णिया जिले में शिक्षा विभाग ने जेल में बंद और मृत शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए नोटिस जारी किया, जिससे जिले में हैरानी फैल गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से जारी आदेश में तीन शिक्षकों को ई-शिक्षा कोष एप पर हाजिरी नहीं बनाने के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनमें से दो शिक्षक पहले ही मर चुके हैं, जबकि तीसरा शिक्षक हत्या के आरोप में जेल में सजा काट रहा है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें विभिन्न विद्यालयों के प्रधानों द्वारा शिक्षकों की अद्यतन स्थिति की जानकारी नहीं दी गई थी, जिसके कारण यह त्रुटि हुई।

पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया जिले में शिक्षा विभाग ने एक अनोखा मामला सामने लाया है।
विभाग ने जेल में बंद और मृत शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी बनाने के लिए नोटिस जारी कर दिया है, जिससे जिले में हैरानी फैल गई है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से जारी आदेश में तीन शिक्षकों को ई-शिक्षा कोष एप पर हाजिरी नहीं बनाने के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया है। इनमें से दो शिक्षक पहले ही मर चुके हैं, जबकि तीसरा शिक्षक हत्या के आरोप में जेल में सजा काट रहा है।
प्राथमिक विद्यालय गछकट्टा के शिक्षक अखिलेश मंडल की मौत 1 दिसंबर, 2024 को हो चुकी है, जबकि मध्य विद्यालय विष्णुपुर के सुशील ठाकुर का निधन 11 नवंबर, 2024 को हो गया था। मध्य विद्यालय धमदाहा हाट के शिक्षक लक्ष्मी बेसरा 21 जुलाई, 2019 से हत्या के मामले में पटना के जेल में बंद हैं।
स्थानीय शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग में मनमाने ढंग से काम होता है और अधिकारियों के पास सही काम के लिए समय नहीं है। उनका आरोप है कि शिक्षकों से वसूली की जाती है और लापरवाही इस हद तक है कि मृत शिक्षकों को भी नोटिस जारी कर दिया जाता है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें विभिन्न विद्यालयों के प्रधानों द्वारा शिक्षकों की अद्यतन स्थिति की जानकारी नहीं दी गई थी, जिसके कारण यह त्रुटि हुई।