कीर्ति आजाद ने गिरिराज सिंह पर साधा निशाना

कीर्ति आजाद ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधा, जब उन्हें सुशील मोदी का समर्थन था, कैलाशपति मिश्र बिहार के प्रभारी थे, और नंद किशोर यादव प्रदेश अध्यक्ष थे। 2002 में, जना कृष्णमूर्ति के भाजपा अध्यक्ष रहते गिरिराज सिंह एमएलसी बने, क्योंकि यशोदा बाबू का कार्यकाल समाप्त हो रहा था। गिरिराज सिंह के साथ सुधीर शर्मा भी थे, लेकिन उम्र के कारण गिरिराज सिंह को चुना गया। उन्होंने भाजपा संगठन को समय दिया और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं का सहयोग पाया।

Mar 12, 2025 - 15:40
कीर्ति आजाद ने गिरिराज सिंह पर साधा निशाना

बिहार की राजनीति में, कीर्ति आजाद ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधा है। यह घटनाक्रम तब हुआ जब गिरिराज सिंह को सुशील मोदी का समर्थन प्राप्त था। उस समय, कैलाशपति मिश्र बिहार के प्रभारी थे और नंद किशोर यादव प्रदेश अध्यक्ष थे।

वर्ष 2002 में, जब जना कृष्णमूर्ति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, गिरिराज सिंह एमएलसी बने। यशोदा बाबू का कार्यकाल समाप्त हो रहा था और भूमिहार समुदाय से एक एमएलसी की आवश्यकता थी। गिरिराज सिंह के साथ सुधीर शर्मा भी दौड़ में थे, लेकिन उम्र के कारण गिरिराज सिंह को चुना गया।

गिरिराज सिंह न केवल भाजपा विधायकों से एमएलसी बने, बल्कि बसपा और निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त किया। उन्होंने भाजपा संगठन को महत्वपूर्ण समय दिया और मुरली मनोहर जोशी, लाल मुनि चौबे, और मदन जायसवाल जैसे नेताओं का सहयोग प्राप्त किया।