सांसद सुनील कुमार ने लोकसभा में उठाया चीनी मिल का मुद्दा
वाल्मीकि नगर के सांसद सुनील कुमार ने लोकसभा में चीनी मिलों में चल रही धांधली का मुद्दा उठाया। उन्होंने बगहा में कृषि विज्ञान केंद्र खोलने और धनहा क्षेत्र में एचपीसीएल द्वारा चीनी मिल शुरू करने की मांग की, साथ ही किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज और खाद खरीदने के लिए सब्सिडी देने की बात कही ताकि सूखे से उनकी फसलें खराब न हों। उन्होंने कृषि मजदूरों को भी पीएम-किसान योजना में शामिल करने का सुझाव दिया, क्योंकि वे देश के कृषि श्रमिकों का 55% हिस्सा हैं।

सांसद सुनील कुमार ने कृषि संबंधी बजट अनुदान पर बोलते हुए बगहा में कृषि विज्ञान केंद्र और धनहा क्षेत्र में एचपीसीएल द्वारा चीनी मिल खोलने की मांग की। उन्होंने चीनी मिलों में धांधली और केले का व्यापार केंद्र स्थापित करने पर भी जोर दिया। सुनील कुमार चीनी मिल में चल रही धांधली पर जमकर बरसे और किसानों के मुद्दे को लोकसभा में रखा।
मुख्य बातें:
- जेडीयू सांसद सुनील कुमार लोकसभा में बोले
- बगहा में कृषि विज्ञान केंद्र खोलने की मांग
- धनहा में गन्ना अनुसंधान केंद्र खोलने की मांग
पश्चिम चंपारण: लोकसभा में बोलते हुए सांसद सुनील कुमार ने कृषि क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। उन्होंने बगहा में कृषि विज्ञान केंद्र या गन्ना अनुसंधान केंद्र खोलने की बात कही। साथ ही, धनहा क्षेत्र में एचपीसीएल द्वारा चीनी मिल शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा। उन्होंने चीनी मिलों में पर्ची वितरण में होने वाली धांधली और घटतौली के मुद्दे को उठाया। इसके अलावा, उन्होंने धनहा क्षेत्र में केला व्यापार केंद्र खोलने और पश्चिम चम्पारण जिले को कृषि धन धान्य योजना में शामिल करने की मांग की।
सांसद सुनील कुमार ने किसानों की बेहतरी के लिए कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज और खाद खरीदने के लिए सब्सिडी मिलनी चाहिए। उन्होंने सिंचाई के लिए भी किसानों को सब्सिडी देने की बात कही, ताकि सूखे से उनकी फसलें खराब न हों। सांसद कुमार ने पीएम-किसान योजना में सुधार की बात कही।
उन्होंने आगे कहा कि इस योजना में केवल उन्हीं किसानों को शामिल किया गया है जिनके पास जमीन है। कृषि मजदूरों को इस योजना से बाहर रखा गया है, जबकि वे देश के कृषि श्रमिकों का 55% हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि खेतिहर मजदूरों के पास जमीन नहीं होती है और वे दूसरों की जमीन पर खेती करते हैं। वे मजदूरी या फसल में हिस्से के माध्यम से पैसे कमाते हैं। खेतिहर मजदूरों में किसान और मजदूर दोनों शामिल हैं।
सांसद ने थरुहट क्षेत्र के सुगंधित बासमती चावल और आनंदी चावल को बढ़ावा देने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र में कृषि उद्योग को बढ़ावा देने के लिए गन्ना, चावल, गेहूं, मक्का, आलू, आम आदि फसलों पर आधारित प्रोसेसिंग यूनिट भी स्थापित किए जाने चाहिए। उन्होंने सरकार से इस पर ध्यान देने का अनुरोध किया। लोकसभा में बोलते हुए सांसद सुनील कुमार ने कहा कि किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज और खाद खरीदने के लिए अनुदान दिया जा सकता है, जिससे उनकी फसलें बेहतर होंगी और उत्पादन बढ़ेगा।
सांसद ने अपने क्षेत्र में कृषि उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार से प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने का अनुरोध किया। इससे किसानों को अपनी फसलों को बेचने में आसानी होगी और उन्हें बेहतर दाम भी मिलेंगे। इन मांगों और सुझावों के माध्यम से सांसद सुनील कुमार ने किसानों की समस्याओं को लोकसभा में उठाया और उनके समाधान के लिए प्रयास करने का आश्वासन दिया।