सीमा पार का प्यार: पाकिस्तानी प्रेमिका खादिजा नूर की रिहाई
पाकिस्तानी युवती खादिजा नूर को ढाई साल बाद जेल से रिहाई मिली, वह अपने प्रेमी से मिलने भारत-नेपाल सीमा पार कर आई थी। हाईकोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ उसे रिहा किया है, जिसमें कोर्ट में हाजिरी और पुलिस स्टेशन में उपस्थिति दर्ज कराना शामिल है। वह भिट्ठामोड़ बॉर्डर पर पकड़ी गई थी और उसके साथ उसका प्रेमी भी था। वह पाकिस्तान के फैसलाबाद की रहने वाली है और हैदराबाद के अपने प्रेमी से मिलने आई थी। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड भी मिला था।
पाकिस्तान की खादिजा नूर, जो अपने भारतीय प्रेमी से मिलने के लिए भारत-नेपाल सीमा पार कर आई थी, उसे ढाई साल बाद जेल से रिहाई मिली। सुरक्षा एजेंसियों ने उसे गिरफ्तार किया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब वह अपने प्रेमी के साथ रह सकेगी, लेकिन कोर्ट ने कुछ शर्तें रखी हैं।
वह भिट्ठामोड़ बॉर्डर पर पकड़ी गई थी, साथ में उसका प्रेमी और एक अन्य युवक भी थे। पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया था। प्रेमी और युवक को जमानत मिल गई, पर खादिजा को नहीं। अब हाईकोर्ट ने उसे राहत दी है।
कोर्ट के आदेश के बाद खादिजा के प्रेमी, सैयद हैदर, जमानतदार बने और उसे रिहा करवाया। शर्त यह है कि खादिजा को हर तारीख पर कोर्ट में हाजिरी लगानी होगी और पास के पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। अधिवक्ता अहमद ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है और कोर्ट को एक साल में मामला निपटाने का आदेश मिला है।
खादिजा, हैदराबाद के अपने प्रेमी से मिलने के लिए पाकिस्तान से दुबई होते हुए काठमांडू पहुंची और फिर भिट्ठामोड़ बॉर्डर से भारत में प्रवेश कर रही थी। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, वीजा, मोबाइल और कुछ पाकिस्तानी व यूएई करेंसी मिली थी। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद की रहने वाली है।