लद्दाख: भारत का मिनी तिब्बत, खूबसूरत नजारों का अनुभव
लद्दाख, जिसे भारत का मिनी तिब्बत कहा जाता है, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बौद्ध संस्कृति और रोमांचक टूरिस्ट स्पॉट्स के लिए जाना जाता है। यहां की संस्कृति, भाषा और परंपराएं तिब्बत से काफी मिलती-जुलती हैं। लद्दाख में शांति स्तूप, पैंगोंग झील, नुब्रा वैली, सो मोरिरी झील और लामायुरू मठ जैसे कई खूबसूरत जगहें हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। शांति स्तूप लेह शहर में स्थित है और बौद्ध धर्म का प्रतीक है। पैंगोंग झील भारत और चीन की सीमा पर स्थित है और अपने नीले पानी के लिए प्रसिद्ध है। नुब्रा वैली अपने रेगिस्तानी इलाके और दो कूबड़ वाले ऊंटों के लिए मशहूर है।

लद्दाख के मुख्य आकर्षण
शांति स्तूप: लेह शहर में स्थित यह बौद्ध स्तूप शांति और सद्भाव का प्रतीक है। यहां से हिमालय की बर्फीली चोटियों का शानदार दृश्य दिखाई देता है।
पैंगोंग झील: यह खूबसूरत झील भारत और चीन की सीमा पर स्थित है। नीले पानी और पहाड़ों की परछाई पर्यटकों को आकर्षित करती है।
नुब्रा वैली: यह घाटी अपने रेगिस्तानी इलाके और दो कूबड़ वाले ऊंटों के लिए प्रसिद्ध है। यहां दिस्कित मठ और पनामिक हॉट स्प्रिंग्स भी देखने लायक हैं।
सो मोरिरी झील: यह झील चांगथांग क्षेत्र में स्थित है और अपने प्राकृतिक नजारों के लिए जानी जाती है। यहां प्रवासी पक्षियों को भी देखा जा सकता है।
लामायुरू मठ: यह लद्दाख के सबसे पुराने मठों में से एक है, जिसे 'मूनलैंड' भी कहा जाता है।