आधी आबादी के सहारे नीतीश, महिला संवाद से जुड़ाव की कोशिश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 'महिला संवाद' अभियान की शुरुआत की है, जिसका लक्ष्य राज्य की आधी आबादी को साधकर चुनावी सफलता प्राप्त करना है। इस अभियान के तहत राज्य में 70,000 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें लगभग 2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य है। सरकार महिलाओं को शराबबंदी, पंचायत चुनाव में आरक्षण, सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण जैसी योजनाओं के बारे में जानकारी देगी। नीतीश कुमार के कुछ ऐतिहासिक फैसलों में पंचायतों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण शामिल है।

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 'महिला संवाद' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का लक्ष्य राज्य की आधी आबादी को साधकर चुनावी सफलता प्राप्त करना है।
नीतीश कुमार ने पटना से 50 प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो महिला उन्मुखी कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार की नीतियों का प्रचार करेंगे। इस अभियान के तहत राज्य में 70,000 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें लगभग 2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री का मुख्य ध्यान जीविका समूह की 1.35 लाख से अधिक महिलाओं पर है, जिन्हें अक्सर उनके चुनावी दूत के रूप में देखा जाता है। सरकार महिलाओं को शराबबंदी, पंचायत चुनाव में आरक्षण, सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, और साइकिल योजना जैसी योजनाओं के बारे में जानकारी देगी, जिनसे वे सीधे तौर पर लाभान्वित हुई हैं।
नीतीश कुमार के कुछ ऐतिहासिक फैसलों में पंचायतों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण, सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण, और शराबबंदी जैसे कदम शामिल हैं, जिनका महिलाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। सरकार 'महिला संवाद' के माध्यम से इन लाभों को उजागर कर महिलाओं को विकास के प्रति जागरूक करना चाहती है, ताकि जनता के बीच सरकार की छवि को और भी मजबूत किया जा सके।