पाक को ग्रे लिस्ट में डालने की तैयारी में भारत
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आर्थिक दबाव बढ़ाया है। भारत ने एशियाई विकास बैंक (एडीबी) से पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता कम करने को कहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एडीबी अध्यक्ष से मुलाकात में यह मुद्दा उठाया। भारत, पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश कर रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से उसे मदद मिलना मुश्किल हो जाए। सीतारमण ने इटली के वित्त मंत्री से भी मुलाकात की और उनसे पाकिस्तान के साथ वित्तीय संबंधों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।

वित्त मंत्री की एडीबी अध्यक्ष से मुलाकात: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एडीबी के अध्यक्ष मसातो कांडा के साथ इटली में हुई एक बैठक में इस मुद्दे को उठाया। सूत्रों के अनुसार, भारत, पाकिस्तान को फिर से FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में शामिल करने की रणनीति बना रहा है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से उसे मिलने वाली मदद को मुश्किल किया जा सके।
टेरर फाइनेंसिंग पर भारत की चिंता: वित्त मंत्री सीतारमण ने एडीबी अध्यक्ष के साथ मुलाकात में वैश्विक टेरर फाइनेंसिंग के मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एडीबी को पाकिस्तान को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में कमी करनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों से बाज नहीं आ रहा है।
एडीबी की पाकिस्तान को वित्तीय सहायता: वर्तमान में, एडीबी ने पाकिस्तान को पब्लिक सेक्टर लोन, ग्रांट और टेक्निकल सहायता के रूप में कुल 43.4 बिलियन डॉलर की वित्तीय मदद मंजूर की है। हाल ही में, इसने पाकिस्तान के लिए 50 करोड़ डॉलर की मदद को मंजूरी दी थी।
इटली के वित्त मंत्री के साथ बैठक: वित्त मंत्री सीतारमण ने इटली के मिलान शहर में एडीबी की 58वीं सालाना मीटिंग में भाग लिया। इस दौरान, उन्होंने इटली के वित्त मंत्री जियॉनकार्लो जियोर्जेत्ती से भी मुलाकात की और उनसे पाकिस्तान के साथ वित्तीय संबंधों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
FATF की ग्रे लिस्ट में डालने की कोशिश: भारत, पाकिस्तान को एक बार फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डलवाने का प्रयास कर रहा है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के बाद, वित्त मंत्री की इस विदेश यात्रा में ब्रिटेन और इटली सहित यूरोपीय देशों और अमेरिका से इस बारे में संपर्क किया गया है।