चुनाव आयोग का अनूठा कदम: डुप्लिकेट वोटर कार्ड की समस्या का समाधान
चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में डुप्लिकेट वोटर कार्ड की समस्या को हल करने के लिए प्रत्येक वोटर को एक यूनिक राष्ट्रीय EPIC नंबर जारी करेगा। यह निर्णय 2000 में हुई त्रुटियों के कारण लिया गया है, जिसके चलते कुछ मतदाताओं के पास डुप्लीकेट EPIC नंबर हैं। भारत में मतदाता सूची दुनिया का सबसे बड़ा वोटर डेटाबेस है, जिसमें 99 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड वोटर हैं। मतदाता सूची को लगातार अपडेट किया जाता है। यदि किसी को मतदाता सूची से शिकायत है, तो वह RP अधिनियम 1950 की धारा 24 (a) और 24 (b) के तहत अपील दायर कर सकता है।

आयोग के अनुसार, भारत में मतदाता सूची दुनिया का सबसे बड़ा वोटर डेटाबेस है, जिसमें 99 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड वोटर हैं। मतदाता सूची को लगातार अपडेट किया जाता है और इसकी पारदर्शिता बनाए रखने के लिए BLO और राजनीतिक दलों के बूथ स्तर के एजेंटों को भी शामिल किया जाता है।
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी व्यक्ति को मतदाता सूची से कोई शिकायत है, तो वह RP अधिनियम 1950 की धारा 24 (a) और 24 (b) के तहत अपील दायर कर सकता है। आयोग ने यह भी माना है कि कुछ वोटर कार्ड के नंबर डबल पाए गए हैं, लेकिन जांच में यह पता चला है कि डुप्लीकेट EPIC नंबर वाले मतदाता वास्तविक मतदाता हैं।