केदारनाथ उपचुनाव: सीएम धामी के नेतृत्व और विकास कार्यों पर जनता की मुहर

केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने 5099 मतों से जीत दर्ज कर कांग्रेस को करारा झटका दिया। इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा सरकार की विकास नीतियों को दिया जा रहा है। नौटियाल को 23 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत 18 हजार मतों पर सिमट गए।

Nov 23, 2024 - 13:42
केदारनाथ उपचुनाव: सीएम धामी के नेतृत्व और विकास कार्यों पर जनता की मुहर

केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने 5099 मतों से जीत दर्ज कर कांग्रेस को करारा झटका दिया। इस जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा सरकार की विकास नीतियों को दिया जा रहा है। नौटियाल को 23 हजार से अधिक मत प्राप्त हुए, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत 18 हजार मतों पर सिमट गए।

नकारात्मक प्रचार बना कांग्रेस की हार का कारण

कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार में चारधाम यात्रा को लेकर नकारात्मक मुद्दों को उठाया। उन्होंने यात्रा मार्ग को बदलने, मंदिर के दान में मिले सोने पर सवाल उठाने और जातीय समीकरण बनाने की कोशिश की। इसके विपरीत, भाजपा ने विकास कार्यों और जनकल्याण योजनाओं पर फोकस रखा, जो मतदाताओं को आकर्षित करने में सफल रहा।

विकास के मुद्दे पर जनता की मुहर

केदारनाथ की जनता ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी और कांग्रेस के नकारात्मक प्रचार को सिरे से खारिज कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए गए विकास कार्यों और चारधाम यात्रा की सुविधाओं में सुधार को जनता ने सराहा।

कांग्रेस का निगेटिव नैरेटिव फेल

कांग्रेस ने जातिवाद और क्षेत्रवाद का दांव खेलते हुए भाजपा पर हमला किया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल जैसे नेताओं ने मुख्यमंत्री धामी पर सीधा निशाना साधा। लेकिन विकास और परफॉर्मेंस आधारित राजनीति के दौर में मतदाताओं ने इन मुद्दों को खारिज कर दिया।

मुख्यमंत्री धामी का नेतृत्व रहा प्रभावी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव प्रचार का नेतृत्व करते हुए क्षेत्र में 700 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की घोषणाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ धाम से आत्मीय संबंध और उनकी सात यात्राओं को अपनी सभाओं में विशेष रूप से उजागर किया।

भाजपा का संगठित चुनाव प्रचार

भाजपा ने चुनाव प्रचार में पार्टी संगठन और कैबिनेट मंत्रियों की पूरी ताकत झोंकी। मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश संगठन ने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। महिलाओं और युवाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं को भी प्रमुखता से जनता तक पहुंचाया गया।

भाजपा के लिए बड़ी उपलब्धि

केदारनाथ उपचुनाव के नतीजों ने यह साबित कर दिया कि भाजपा निगेटिव नैरेटिव को तोड़ने में सफल रही। क्षेत्रवाद और जातिवाद की राजनीति को खारिज करते हुए जनता ने डबल इंजन सरकार के विकास कार्यों को प्राथमिकता दी।

भाजपा के लिए भविष्य का संदेश

इस जीत से भाजपा को यह संकेत मिला है कि मतदाता अब विकास और प्रदर्शन आधारित राजनीति को तवज्जो दे रहे हैं। केदारनाथ की जीत ने यह भी साबित किया कि निगेटिव प्रचार के बजाय विकास के एजेंडे पर जनता की मुहर लगती है।