नौकरी के नाम पर बंधक: बिहार पुलिस ने 400 से अधिक युवाओं को छुड़ाया

बिहार के रक्सौल में पुलिस ने एक बड़े फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें 400 से अधिक युवकों को छुड़ाया गया है। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने बताया कि रक्सौल थाना क्षेत्र में लड़कों को नौकरी के नाम पर बुलाकर बंधक बनाया जा रहा था और फिरौती वसूली जा रही थी। पुलिस और एसएसबी ने संयुक्त छापेमारी में युवकों को मुक्त कराया और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।

Mar 30, 2025 - 12:13
नौकरी के नाम पर बंधक: बिहार पुलिस ने 400 से अधिक युवाओं को छुड़ाया
मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल में पुलिस ने एक बड़े फर्जी नौकरी रैकेट का पर्दाफाश किया। पुलिस ने छापेमारी कर 400 से अधिक युवकों को मुक्त कराया, जिनमें कई नाबालिग शामिल थे।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि रक्सौल थाना क्षेत्र में नेपाल, उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न जिलों से लड़कों को नौकरी के नाम पर बुलाया जा रहा है और उन्हें बंधक बनाकर रखा जा रहा है। इसके बाद उनके परिजनों से पैसे वसूले जा रहे थे।

सूचना मिलने के बाद, रक्सौल अनुमंडल पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया, जिसमें 400 से अधिक युवकों को मुक्त कराया गया। इनमें कई नाबालिग हैं। इस मामले की सूचना श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को भी दी गई है। मुक्त कराए गए बच्चों के लिखित आवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

एसपी ने बताया कि एक समूह नौकरी का झांसा देकर लोगों को बुलाता था। ग्रुप के संचालक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। मामले की विस्तृत जांच और पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है।