यूनुस: नायक या महाठग? बांग्लादेश के राजदूत ने सरकार पर लगाए आरोप

मोरक्को में बांग्लादेश के राजदूत हारुन अल रशीद ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रशीद का कहना है कि यूनुस के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश अराजकता का सामना कर रहा है, जहाँ सांस्कृतिक और धर्मनिरपेक्ष पहचान खतरे में है।

Mar 15, 2025 - 00:44
यूनुस: नायक या महाठग? बांग्लादेश के राजदूत ने सरकार पर लगाए आरोप
मोरक्को में बांग्लादेश के राजदूत हारुन अल रशीद ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रशीद का कहना है कि यूनुस के सत्ता में आने के बाद बांग्लादेश अराजकता का सामना कर रहा है, जहाँ सांस्कृतिक और धर्मनिरपेक्ष पहचान खतरे में है।

रशीद ने यूनुस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने देश में अराजकता फैलाई, सेक्युलर ढांचे को तोड़ा, कट्टरपंथियों का समर्थन किया और शेख हसीना की सरकार को गिराने की साजिश रची। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है और देश लगातार पतन की ओर जा रहा है, लेकिन दुनिया चुप है। रशीद ने पश्चिमी देशों से यूनुस के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है।

फेसबुक पर एक पोस्ट में, रशीद ने दावा किया कि बांग्लादेश आतंक और अराजकता की गिरफ्त में है, मीडिया को दबाया जा रहा है और अत्याचार की खबरें सामने नहीं आ रही हैं, जिससे कट्टरपंथियों को खुली छूट मिल गई है। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्ष और सांस्कृतिक पहचान को मिटा रहे हैं, संग्रहालयों, मूर्तियों, सांस्कृतिक प्रतीकों, सूफी दरगाहों और हिंदू मंदिरों को नष्ट कर रहे हैं।

रशीद ने कहा कि यूनुस के शासन में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं, अल्पसंख्यक डर में जी रहे हैं, और हिजब-उत-तहरीर, इस्लामिक स्टेट और अल कायदा जैसे संगठन इस्लामी शासन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जुलाई में हसीना की सरकार गिराने के समय से ही देश की एकता कमजोर हो रही है, जिसे अब यूनुस का समर्थन मिल रहा है।

रशीद ने यह भी कहा कि यूनुस सरकार बंगबंधु मुजीबुर्रहमान पर बंगाली उपन्यास लिखने के कारण उनसे नाराज है। उन्होंने लिखा कि बांग्लादेश एक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में बना था, लेकिन इस्लामवादी इस पहचान को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि शेख मुजीबुर्रहमान और शेख हसीना दोनों ही चरमपंथियों का शिकार हुए हैं।

रशीद ने निष्कर्ष में कहा कि सत्ता हथियाने के बाद यूनुस ने अपना मुखौटा उतार दिया है और अब वह एक अत्याचारी शासक के रूप में सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि यूनुस ने शेख हसीना द्वारा बनाए गए बांग्लादेश के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है और इतिहास उन्हें नायक नहीं, बल्कि एक धोखेबाज के रूप में याद रखेगा।