पोलैंड में परमाणु हथियारों की तैनाती: रूस के खतरे से निपटने की तैयारी
पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा ने अमेरिका से अपने देश में परमाणु हथियार तैनात करने का आग्रह किया है, क्योंकि उन्हें रूस से हमले का डर है। उन्होंने कहा कि रूस को रोकने के लिए परमाणु हथियार जरूरी हैं। डूडा ने यह भी कहा कि रूस आज सोवियत संघ की तरह आक्रामक है और उसकी नीतियां यूरोप के लिए खतरा हैं। पोलैंड ने अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया से हथियार खरीदने पर भी जोर दिया है।

यूक्रेन युद्ध के बाद से पोलैंड को रूस से खतरा महसूस हो रहा है। उन्हें डर है कि रूस यूक्रेन से आगे बढ़कर उनके देश तक भी हमला कर सकता है। हालांकि, यह साफ नहीं है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस पर क्या फैसला लेंगे।
डूडा का मानना है कि रूस आज सोवियत संघ की तरह आक्रामक है और पुतिन की नीतियां यूरोप के लिए खतरा हैं। पोलैंड में अमेरिकी परमाणु हथियारों की तैनाती को वे एक जरूरी कदम मानते हैं, जिससे रूस के सामने पोलैंड मजबूत दिखेगा। यह बेलारूस में रूसी परमाणु हथियारों की तैनाती का जवाब भी होगा।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में डूडा ने कहा कि रूस, पुतिन के नेतृत्व में, पोलैंड के लिए एक बड़ा खतरा है। रूस यूक्रेन में नागरिकों को मार रहा है और शहरों पर बम गिरा रहा है। वह अपने परमाणु हथियार बेलारूस ले जा रहा है, इसलिए पोलैंड भी परमाणु हथियारों की मेजबानी के लिए तैयार है।
यह पूछे जाने पर कि परमाणु हथियार पोलैंड को कैसे सुरक्षित करेंगे, डूडा ने कहा कि इससे पोलैंड की सुरक्षा के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता दिखेगी। उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नाटो देशों तक फ्रांसीसी परमाणु हथियारों की सुरक्षा बढ़ाने के प्रस्ताव का भी स्वागत किया और बताया कि पोलैंड ने अपना रक्षा बजट भी बढ़ा दिया है। पोलैंड ने अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया से हथियार खरीदने पर भी जोर दिया है।