बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय ने संसदीय समिति को बताया कि बांग्लादेश सरकार अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को स्वीकार नहीं कर रही है और शेख हसीना सरकार के पतन के बाद हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को कम करके आंक रही है। मंत्रालय के अनुसार, हसीना सरकार के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के दौरान अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बढ़ गई है, और चरमपंथी समूह राजनीतिक शून्यता का फायदा उठा रहे हैं। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारत-बांग्लादेश संबंधों पर जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया है, जबकि भारत सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों को न्याय के दायरे में लाने की मांग की है।