रकुल प्रीत ने 21 साल बड़े अजय देवगन संग रोमांस पर चौंकाने वाला राज खोला, जानें क्या कहा!
रकुल प्रीत सिंह ने दे दे प्यार दे 2 की सफलता पर खुशी जताते हुए कहा कि उनका किरदार उनके लिए बेहद संतुष्टिदायक रहा. उन्होंने अजय देवगन संग एज गैप पर खुलकर अपनी राय रखी। रकुल ने बताया कि वे किसी भी तरह के प्रेशर में नहीं आतीं और सिर्फ अच्छी स्क्रिप्ट मिलने पर ही काम करती हैं।
एजेंडा आज तक 2025 के दूसरे दिन मंच पर आते ही रकुल प्रीत सिंह ने माहौल गरमा दिया। बॉलीवुड की इस ग्लैमरस स्टार ने अपनी ताज़ा हिट 'दे दे प्यार दे 2' पर खुलकर बातचीत की और अजय देवगन जैसे सुपरस्टार के साथ बड़े पर्दे पर रोमांस करने के अनुभव से लेकर फिल्म की सफलता तक कई दिलचस्प बातें शेयर कीं।
रकुल ने बताया कि फिल्म को मिला प्यार उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा दमदार किरदार मिला, जो हर एक्ट्रेस को नहीं मिलता। शानदार रिस्पॉन्स के बाद उनकी इच्छा है कि भविष्य में भी उन्हें ऐसी ही संतोष देने वाली भूमिकाएँ मिलती रहें। उन्होंने साफ कहा कि अजय देवगन के साथ उनके किरदार में उम्र का अंतर जरूर था, लेकिन कहानी को इस तरह गढ़ा गया कि दर्शक हर पहलू को महसूस कर सकें।
ऐज गैप पर अपनी राय रखते हुए रकुल बोलीं कि उन्होंने असल जिंदगी में भी ऐसे कई रिश्ते देखे हैं। उनके अनुसार, ऐसे विषय पर फिल्म बनाना आसान नहीं होता, लेकिन टीम ने यह नहीं दिखाया कि समाज तुरंत ऐसे रिश्तों को अपना लेता है। बल्कि फिल्म में यह भी दिखाया गया कि ऐसे रिलेशनशिप किन-किन मुश्किलों का सामना करते हैं और उनका असर क्या होता है।
अजय देवगन के साथ रोमांस… कितना मुश्किल था?
रकुल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि एक्टिंग खुद में एक अजीब पेशा है, जहां कैमरा रोल होने से पहले आप कुछ और होते हैं और एक्शन के बाद पूरी तरह किरदार में। उन्होंने बताया कि सेट पर माहौल हल्का-फुल्का होता था, लेकिन कैमरा ऑन होते ही पूरा स्विच अपने आप हो जाता था। रकुल ने कहा कि अजय देवगन उनके लिए हमेशा ‘सर’ रहेंगे क्योंकि वो उन्हें बचपन से बड़े पर्दे पर देखती आई हैं।
हीरो-हीरोइन की उम्र के अंतर को लेकर आलोचनाओं पर रकुल का कहना था कि फिल्मों को मनोरंजन की तरह देखा जाना चाहिए, समाज का आईना मानकर नहीं। उनका कहना था कि जैसे एक्शन फिल्म देखकर कोई सड़क पर गोली नहीं चलाने लगता, वैसे ही हर फिल्म समाज पर प्रभाव डालने के लिए नहीं बनती—कई सिर्फ मनोरंजन के लिए होती हैं।
दे दे प्यार दे 2 बनाने में 6 साल क्यों लगे?
रकुल ने बताया कि कोविड ने पूरे प्लान को उलट-पुलट कर दिया। ट्रैवल रुक गया, काम अटक गया और टीम ने फैसला किया कि जब तक दमदार स्क्रिप्ट नहीं मिलती, फिल्म आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। आखिरकार जब एक शानदार कहानी मिली, तब जाकर पार्ट-2 शुरू हुआ। रकुल ने कहा कि उन्हें पहले से यकीन था कि इस बार उनका रोल और भी मजबूत होगा, और यही बात उन्हें बेहद एक्साइटेड करती रही।
क्या रकुल खुद को ए-लिस्टर्स में गिनती हैं?
एक्ट्रेस ने बेहद ईमानदारी से कहा कि वह ऐसी दौड़ में शामिल ही नहीं होतीं। उनके मुताबिक, प्रेशर कभी खत्म नहीं होता और करियर में ‘अराइवल’ नाम की कोई स्टेज नहीं होती। वह बस अच्छी स्क्रिप्ट चुनती हैं, ताकि लोग उनका काम पसंद करते रहें। रकुल ने कहा कि बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के 10–12 साल इंडस्ट्री में टिक जाना ही उनके लिए बड़ी उपलब्धि है। उनका मानना है कि जिस दिन वह सोच लेंगी कि वह पूरी तरह स्थापित हो चुकी हैं—उसी दिन से गिरावट शुरू हो जाएगी।