बेगूसराय में JDU नेता की हत्या, देर रात घर में घुसे 6 बदमाश, सो रहे निलेश कुमार पर बरसाईं गोलियां
बेगूसराय में JDU के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार की उनके घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई. परिजनों ने किसी दुश्मनी से इनकार किया है. पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे हैं.
बिहार के बेगूसराय से देर रात निकली एक दिल दहला देने वाली खबर ने पूरे इलाके को सकते में डाल दिया है. अपराधियों के हौसले इतने खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके हैं कि सत्ता पक्ष तक के नेता अब सुरक्षित नहीं बचे. पीर नगर गांव में बेखौफ बदमाशों ने जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार को उनके ही घर में घुसकर मौत के घाट उतार दिया. मंगलवार, 9 दिसंबर की रात हुई इस वारदात ने सभी को झकझोर कर रख दिया.
परिवार के अनुसार, निलेश कुमार अपने डेरा पर गहरी नींद में थे, तभी आधा दर्जन से ज्यादा हथियारबंद अपराधी अचानक वहां धमक पड़े. बिना किसी बातचीत या चेतावनी के बदमाशों ने सोए हुए निलेश पर गोलियों की बौछार कर दी. कुछ ही सेकंड में गोलियों की आवाज पूरे गांव में गूंज उठी और चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई.
तीन गोलियों के लगते ही मौके पर ही निलेश कुमार की मौत हो गई और लोग जब तक मौके पर पहुंचे, तब तक हमलावर हथियार लहराते हुए अंधेरे में गायब हो चुके थे. परिजनों का कहना है कि निलेश की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, इसलिए इतनी बर्बर हत्या ने पूरे परिवार और गांव को सदमे में डाल दिया है. ग्रामीणों को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि एक शांत स्वभाव के किसान नेता की ऐसे निर्मम तरीके से हत्या कर दी जाएगी.
घटना के बाद से ही इलाके में पुलिस की कार्यशैली को लेकर जबरदस्त गुस्सा फैल गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में अपराध बेलगाम हो चुका है और पुलिस पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है. निलेश कुमार जदयू के सक्रिय और लोकप्रिय जमीनी नेता माने जाते थे, ऐसे में उनकी मौत ने लोगों में सुरक्षा को लेकर गहरा असंतोष पैदा कर दिया है.
सूचना मिलते ही छौड़ाही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया. परिवार के मुताबिक, निलेश पेशे से किसान थे और अपनी खेती-बाड़ी से ही घर का खर्च चलाते थे. घटना के बाद से गांव में तनाव, भय और पुलिस के खिलाफ भारी आक्रोश का माहौल बना हुआ है.