वैभव सूर्यवंशी का विराट को पछाड़ने पर चुलबुला जवाब से सोशल मीडिया में आया तूफान, जानें क्या कहा
भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे वैभव सूर्यवंशी इस समय अपने बल्ले से रनों की बारिश कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अंडर-19 एशिया कप के पहले मैच में तूफानी पारी खेली। वैभव ने साल 2025 में एक मामले में विराट कोहली को पीछे छोड़ा है और जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मजेदार जवाब दिया।
भारतीय क्रिकेट का नया चमकता हुआ सितारा वैभव सूर्यवंशी इन दिनों सुर्खियों पर छाया हुआ है। यह युवा लेफ्ट-हैंडर अपने धमाकेदार शॉट्स से गेंदबाजों में दहशत भर रहा है और मैदान पर रनों की बरसात कर रहा है। अंडर-19 एशिया कप के पहले ही मुकाबले में यूएई के खिलाफ उसने ऐसा तूफानी शतक जड़ दिया कि हर कोई दंग रह गया। मैच के बाद जब ब्रॉडकास्टर ने उनसे पूछा कि साल 2025 में उन्हें विराट कोहली से भी ज्यादा सर्च किया गया है, तो वैभव ने बेहद विनम्र और दिल छू लेने वाला जवाब दिया।
यूएई के खिलाफ वैभव ने क्रिकेट इतिहास में दर्ज होने वाली करिश्माई पारी खेली। सिर्फ 95 गेंदों में 171 रन ठोककर उसने अंडर-19 एशिया कप में किसी भी भारतीय खिलाड़ी का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बना डाला। उसकी इस विस्फोटक बल्लेबाजी से भारत ने छह विकेट पर 433 का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया। जवाब में यूएई की टीम 50 ओवर में सात विकेट पर सिर्फ 199 रन ही जुटा सकी और भारत ने 234 रनों से धमाकेदार जीत दर्ज की।
मैच प्रेजेंटेशन में ब्रॉडकास्टर ने वैभव से बड़ा दिलचस्प सवाल पूछा, “हमारी रिसर्च में सामने आया है कि 2025 में गूगल पर आपको विराट कोहली से ज्यादा सर्च किया गया। आप सबसे ज्यादा खोजे गए व्यक्तियों की सूची में छठे नंबर पर हैं, और कोहली से भी आगे।” यह सुनकर मैदान पर मौजूद दर्शक भी हैरान रह गए।
वैभव ने मुस्कुराते हुए बहुत साधारण अंदाज़ में जवाब दिया, “मैं ऐसी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। मेरा पूरा फोकस सिर्फ और सिर्फ क्रिकेट पर रहता है। हां, मैंने इस बारे में सुना था और अच्छा भी लगा, लेकिन मैं तुरंत आगे बढ़ जाता हूं क्योंकि मेरे लिए खेल ही सबसे अहम है।”
अपनी इस यादगार पारी में वैभव ने नौ चौके और 14 गगनचुंबी छक्के जड़े, जिससे स्टेडियम जैसे गूंज उठा। कुछ देर के लिए लग रहा था कि वह दोहरा शतक ठोक देंगे, लेकिन वह थोड़ा चूक गए। फिर भी, वह अंडर-19 वनडे में भारत की ओर से दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। अगर वह सात रन और बना लेते, तो अंबाती रायूडू का 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया 177 रन का रिकॉर्ड टूट जाता और वैभव नंबर-1 बन जाते।