बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हिंसा: दो महीनों में 11 की मौत
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा जारी है, जहाँ पिछले दो महीनों में 92 घटनाओं में 11 लोगों की हत्या हुई है। बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई एकता परिषद ने एंटोनियो गुटेरस की यात्रा से पहले चिंता जताई। इन घटनाओं में हत्या, दुष्कर्म, मंदिरों पर हमले, और संपत्ति की लूटपाट शामिल है। 4 अगस्त से 31 दिसंबर 2024 तक अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2,184 घटनाएं हुईं। हाल ही में, शिक्षकों पर लाठीचार्ज हुआ और महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी है, साथ ही बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले भी सामने आए हैं।

बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई एकता परिषद ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। परिषद ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस की बांग्लादेश यात्रा से पहले एक बयान जारी कर इन घटनाओं पर प्रकाश डाला। परिषद के अनुसार, इन 92 घटनाओं में 11 हत्याएं, 3 दुष्कर्म, 25 मंदिरों पर हमले, धार्मिक आधार पर अपमान, और 38 मामले अल्पसंख्यकों की संपत्ति की लूटपाट, आगजनी और तोड़फोड़ से संबंधित हैं।
इसके अतिरिक्त, दो मामलों में धार्मिक भेदभाव के चलते अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नौकरी से निकाला गया। 4 अगस्त से 31 दिसंबर 2024 तक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने और उन्हें जान-माल की हानि पहुंचाने की 2,184 घटनाएं हुई थीं। ये घटनाएं शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद हुई हैं। हाल ही में, ढाका में प्राइमरी स्कूलों के राष्ट्रीयकरण की मांग कर रहे शिक्षकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और पानी की बौछार की।
देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा भी बढ़ रही है, और कई जिलों में बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं। यौन उत्पीड़न के शिकार बच्चों की उम्र 6 से 14 वर्ष के बीच है। द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, यौन उत्पीड़न की शिकार एक किशोरी ने झूठे आरोप और बदनामी के बाद आत्महत्या कर ली।