अफगानिस्तान पर भारत की नजर, तालिबान से बातचीत जारी
भारत ने संयुक्त राष्ट्र को बताया कि वह तालिबान सरकार के साथ कई मुद्दों पर बातचीत कर रहा है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से दुबई में मुलाकात की। भारत, अफगानिस्तान के हालात पर नजर रखे हुए है और देश में शांति और स्थिरता लाने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में सहयोग कर रहा है। भारत विभिन्न संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ मिलकर अफगान लोगों की मदद कर रहा है, जिनमें स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, खेल और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्र शामिल हैं। 2021 से, भारत ने अफगानिस्तान में 27 टन राहत सामग्री भेजी है।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र को सूचित किया है कि वह अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने बताया कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस साल की शुरुआत में अफगानिस्तान के कार्यकारी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से दुबई में मुलाकात की थी। भारत पहले से ही अफगानिस्तान की स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है।
भारत-अफगानिस्तान संबंधों पर भारत का रुख
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने कहा कि अफगानिस्तान के साथ उसके संबंध, वहां के लोगों के आपसी संबंधों पर आधारित हैं। संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान असिस्टेंस मिशन की बैठक में पर्वतनेनी हरीश ने कहा कि विदेश सचिव विक्रम मिसरी और आमिर खान मुत्तकी के बीच दुबई में हुई मुलाकात में क्षेत्रीय विकास पर भी चर्चा हुई। अफगानिस्तान ने भारतीय नेतृत्व की सराहना की और अफगानी लोगों को मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। भारत निकट भविष्य में अफगानिस्तान में विकास परियोजनाएं शुरू करने और मानवीय सहायता कार्यक्रम चलाने पर विचार करेगा।
अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता के लिए भारत तत्पर
पी. हरीश ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते सदियों पुराने और खास हैं। भारत, अफगानिस्तान के हालात पर करीब से नजर रखे हुए है और देश में शांति और स्थिरता लाने के लिए क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में सहयोग कर रहा है। भारत स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, खेल और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में विभिन्न संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ मिलकर अफगान लोगों की मदद कर रहा है। 2021 से, भारत ने अफगानिस्तान में 27 टन राहत सामग्री, 50 हजार टन गेहूं, 40 हजार लीटर कीटनाशक और 300 टन से ज्यादा दवाइयां व मेडिकल उपकरण भेजे हैं।