महमूद खलील: फलिस्तीन समर्थन पर अमेरिका से डिपोर्ट

अमेरिका में फलिस्तीन का समर्थन करने के कारण महमूद खलील की गिरफ्तारी के बाद विवाद हुआ, जिसके बाद अमेरिकी इमिग्रेशन जज ने उन्हें डिपोर्ट करने का फैसला सुनाया। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने खलील को डिपोर्ट करने के लिए 1952 के इमिग्रेशन और राष्ट्रीयता अधिनियम का हवाला दिया। खलील ने अदालत में कहा कि उचित प्रक्रिया अधिकार और मौलिक निष्पक्षता से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है। वह सीरिया में एक फलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में पैदा हुए थे।

Apr 12, 2025 - 12:34
महमूद खलील: फलिस्तीन समर्थन पर अमेरिका से डिपोर्ट
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। अमेरिका में फलिस्तीन का समर्थन करने पर एक्टिविस्ट महमूद खलील की गिरफ्तारी के बाद विवाद हो गया। न्यूयॉर्क में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया। अमेरिकी इमिग्रेशन जज ने फैसला सुनाया कि फलिस्तीनी समर्थक महमूद खलील को डिपोर्ट किया जाना चाहिए।

जज जेमी कॉमन्स ने लुइसियाना के लासेल इमिग्रेशन कोर्ट में यह फैसला सुनाया। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने खलील को डिपोर्ट करने के लिए 1952 के इमिग्रेशन और राष्ट्रीयता अधिनियम का हवाला दिया। रुबियो ने कहा कि खलील की गतिविधियां अमेरिकी विदेश नीति के हितों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

महमूद खलील सीरिया में एक फलिस्तीनी शरणार्थी शिविर में पैदा हुए थे और अल्जीरिया की नागरिकता रखते हैं। वह पिछले साल ही अमेरिका के वैध नागरिक बने थे। खलील ने अदालत में कहा कि उचित प्रक्रिया अधिकार और मौलिक निष्पक्षता से अधिक महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है।