ओमान में अमेरिका-ईरान की परमाणु वार्ता का मार्ग प्रशस्त

अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता फिर से शुरू होने जा रही है, जिसकी मेजबानी ओमान करेगा। अभी तक कोई समय-सीमा तय नहीं हुई है, लेकिन इस वार्ता को मध्य पूर्व में शांति के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मस्कट में होने वाली इस बैठक में, तेहरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा होगी। हालांकि तत्काल समझौते की उम्मीद कम है, पर यह वार्ता दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर हवाई हमले की धमकी दी है, जबकि ईरानी अधिकारियों ने यूरेनियम भंडार को बढ़ाने की बात कही है। अमेरिका, ईरान से बातचीत के लिए ओमान पर निर्भर रहा है, और आईएईए के अनुसार, ईरान के पास 60 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम है।

Apr 12, 2025 - 12:48
ओमान में अमेरिका-ईरान की परमाणु वार्ता का मार्ग प्रशस्त
अमेरिका और ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर फिर से बातचीत करने के लिए सहमत हो गए हैं, और इस बार यह वार्ता मध्य पूर्व के देश ओमान में होगी। हालांकि इस बैठक की कोई निश्चित तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.

ओमान की राजधानी मस्कट एक बार फिर पश्चिम एशिया की भू-राजनीति से जुड़े कुछ बड़े मुद्दों पर चर्चा का केंद्र बनेगी। मस्कट में ईरान और अमेरिका के बीच तेहरान के तेजी से बढ़ रहे परमाणु कार्यक्रम को लेकर बातचीत होगी। हालांकि तत्काल किसी समझौते की उम्मीद नहीं है, लेकिन दोनों देशों के लिए यह वार्ता महत्वपूर्ण है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भी ईरान को धमकी दी है कि यदि कोई समझौता नहीं होता है, तो वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर हवाई हमले करेंगे। वहीं, ईरानी अधिकारियों ने भी कहा है कि वे अपने यूरेनियम भंडार को बढ़ाकर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बना हुआ है।

अमेरिका वर्षों से ईरान के साथ बातचीत के लिए ओमान पर निर्भर रहा है, जिसमें बराक ओबामा के कार्यकाल में हुई गुप्त वार्ता भी शामिल है, जिसके कारण 2015 में ईरान ने विश्व शक्तियों के साथ परमाणु समझौता किया था। इससे पहले ईरान ने स्विट्जरलैंड में भी अमेरिका के साथ वार्ता की थी।

रिपोर्टों के अनुसार, 60 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम, परमाणु हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले 90 प्रतिशत तक संवर्धित यूरेनियम से थोड़ा ही दूर है। आईएईए की नवंबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के पास 60 प्रतिशत तक संवर्धित 182.3 किलोग्राम यूरेनियम है, जबकि एजेंसी ने अगस्त में कहा था कि तेहरान ने 164.7 किलोग्राम यूरेनियम का उत्पादन किया है।