सहारनपुर: दलित बारात विवाद - मुस्लिमों ने घोड़ी रोकी? सच क्या है?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया गया कि सहारनपुर में मुस्लिमों ने दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया। जांच में पता चला कि यह विवाद रोजा खोलने के समय डीजे बजाने को लेकर हुआ। पुलिस ने दोनों पक्षों से बात करके मामले को शांत करा दिया। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों ने दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया और बारातियों को पीटा, जिसे कुछ लोग जातिवाद का मामला बता रहे हैं। सच्चाई यह है कि यह विवाद डीजे बजाने को लेकर था। रोजा खोलने का समय था और कुछ लोगों ने डीजे बजाने पर आपत्ति जताई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाकर शांत करा दिया।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सहारनपुर में मुस्लिमों ने एक दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया और उसकी बारात को रोक दिया।
जांच में पता चला कि यह विवाद डीजे बजाने को लेकर था क्योंकि उस समय रोजा खोला जा रहा था। पुलिस ने दोनों पक्षों से बात करके मामले को शांत करा दिया।
सोशल मीडिया पर क्या दावा किया जा रहा है?
सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों ने दलित दूल्हे को घोड़ी से उतार दिया और बारातियों को पीटा। कुछ लोग इसे जातिवाद का मामला बता रहे हैं।
सच्चाई क्या है?
सच्चाई यह है कि यह विवाद डीजे बजाने को लेकर था। रोजा खोलने का समय था और कुछ लोगों ने डीजे बजाने पर आपत्ति जताई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाकर शांत करा दिया।
सहारनपुर के एएसपी विवेक तिवारी ने बताया कि बारात निकालने को लेकर थोड़ा विवाद हुआ था, जिसे सुलझा लिया गया। रोजा खोलने का समय होने के कारण दोनों पक्षों की सहमति से बारात बिना डीजे के आगे बढ़ी।
इस तरह, सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। यह सच है कि बारात को रोका गया था, लेकिन यह मुस्लिमों द्वारा नहीं, बल्कि डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद के कारण हुआ था।