ईरान ने दिखाई हथियारों की ताकत, अमेरिका-इजरायल में मची खलबली

ईरान ने अमेरिका और इजरायल के साथ तनाव के बीच अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया है। उसने पहली बार कई नए हथियार दुनिया के सामने पेश किए हैं, जिनमें मिसाइलें, युद्धपोत, तेज गति से हमला करने वाले क्राफ्ट, ड्रोन, लड़ाकू विमान और भूमिगत सैन्य सुविधाएं शामिल हैं। ईरान को आशंका है कि इजरायल उसके परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है। ईरानी सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) पिछले कुछ महीनों से बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास कर रहे हैं, जिसमें नए रक्षात्मक और आक्रामक हथियारों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन अभ्यासों में, ईरानी सेना, नौसेना और वायु सेना ने 'इक्तेदार', 'ज़ोल्फ़कार' और 'ग्रेट प्रोफेट' जैसे युद्धाभ्यास किए। ईरान ने भूमिगत सैन्य ठिकानों का भी खुलासा किया है और विभिन्न प्रकार की मिसाइलों, युद्धक विमानों और नौसैनिक उपकरणों का प्रदर्शन किया है।

Mar 8, 2025 - 12:15
ईरान ने दिखाई हथियारों की ताकत, अमेरिका-इजरायल में मची खलबली
ईरान ने दिखाई हथियारों की ताकत, अमेरिका-इजरायल में मची खलबली

ईरान ने अमेरिका और इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के बीच अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया है। उसने पहली बार कई नए हथियार दुनिया के सामने पेश किए हैं। इनमें मिसाइलें, युद्धपोत, तेज गति से हमला करने वाले क्राफ्ट, ड्रोन, लड़ाकू विमान और भूमिगत सैन्य सुविधाएं शामिल हैं। ईरान को आशंका है कि इजरायल उसके परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है।

ईरान की सैन्य प्रदर्शनी

तेहरान: ईरान की सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) पिछले कुछ महीनों से बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास कर रहे हैं, जिसमें नए रक्षात्मक और आक्रामक हथियारों का प्रदर्शन और परीक्षण किया जा रहा है। ये सैन्य तैयारी अमेरिका और इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों, ऊर्जा के बुनियादी ढांचे और सैन्य स्थलों पर बमबारी की धमकी के बीच हो रही है। माना जा रहा है कि आने वाले वर्ष भी पिछले वर्षों की तरह ही उथल-पुथल भरे हो सकते हैं। अमेरिका और इजरायल के संयुक्त युद्धाभ्यास के जवाब में ईरान ने अपने दुश्मनों पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

ईरानी सेना, नौसेना और वायु सेना 'इक्तेदार', 'ज़ोल्फ़कार' और 'ग्रेट प्रोफेट' जैसे युद्धाभ्यास कर रही है। ये अभ्यास ओमान सागर और उत्तरी हिंद महासागर में हुए हैं। हथियारों के परीक्षण से पता चलता है कि ईरान, इजरायल और पश्चिमी देशों के खिलाफ अपनी सैन्य तैयारी को मजबूत कर रहा है। उसने डोनाल्ड ट्रंप की 'अधिकतम दबाव' नीति के तहत अमेरिका के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया है। इसके अलावा, ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को भी तेज कर दिया है।

गुप्त मिसाइल शहर

आईआरजीसी ने तीन भूमिगत सैन्य ठिकानों का खुलासा किया है। ईरानी कमांडरों ने कहा है कि वे लंबे समय तक चलने वाली लड़ाई के लिए तैयार हैं। सरकारी टेलीविजन पर दिखाए गए फुटेज में बंकरों में सैकड़ों मिसाइलें दिखाई गईं। ईरानी सेना ने इसे 'मिसाइल मेगासिटी' का नाम दिया। इस बंकर जैसे ढांचे के अंदर कई बैलिस्टिक मिसाइलें दिखाई दीं, जिनमें से कुछ को तुरंत तैनात करने के लिए लांचर पर रखा गया था।

कौन-कौन सी मिसाइलें दिखीं

खोर्रमशहर-4: यह एक तरल ईंधन वाली मिसाइल है, जिसकी रेंज 2,000 किमी है और यह दो टन तक के वारहेड ले जा सकती है।

जहाद: यह एक तरल ईंधन वाली मिसाइल है, जो 650 किलोग्राम के वारहेड के साथ 1,000 किमी तक जा सकती है।

एल360: यह एक ठोस ईंधन वाली मिसाइल है, जो 150 किलोग्राम विस्फोटक के साथ 180 किमी तक जा सकती है।

क़द्र: यह दो चरणों वाली मिसाइल है, जो 2,000 किलोमीटर तक जा सकती है और 750 किलोग्राम तक का वारहेड ले जा सकती है।

इमाद: यह एक तरल ईंधन वाली मिसाइल है, जिसकी रेंज लगभग 1,800 किलोमीटर है और यह 750 किलोग्राम तक का वारहेड ले जा सकती है।

भूमिगत नौसेना बेस

आईआरजीसी नौसेना ने ईरान के दक्षिणी तट पर एक गुप्त भूमिगत नौसैनिक अड्डे का प्रदर्शन किया। इसके अंदर, मिसाइल ले जाने वाली कई स्पीडबोट और एंटी-शिप माइंस के साथ-साथ एक नई क्रूज मिसाइल 'क़द्र-380' भी दिखाई गई। यह मिसाइल 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक निशाना साध सकती है, जिसका मतलब है कि ईरान अपने क्षेत्र के अंदर से जहाजों पर हमला करने में सक्षम होगा। आईआरजीसी ने यह भी कहा कि उसके पास 2,000 किलोमीटर की रेंज वाली एक नई एंटी-शिप सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे वह जल्द ही प्रदर्शित करेगा।

युद्धक विमान

ईरान ने अपने लड़ाकू विमानों का भी प्रदर्शन किया, जिनमें कुछ घरेलू मॉडल जैसे 'सैकेह' और 'अजारख्श' शामिल थे, साथ ही कई पुराने अमेरिकी और रूसी मॉडल भी थे जो ईरान की 1979 की क्रांति से पहले के हैं। उसने अभ्यास के दौरान दुश्मन के ड्रोन को रोकने के लिए मिग-29 लड़ाकू विमानों और नए रूसी याक-130 विमानों का भी इस्तेमाल किया।