यमन में अमेरिकी हमले: हूतियों की जवाबी धमकी, ईरान को चेतावनी
यमन में अमेरिकी हवाई हमलों में 31 लोगों की मौत हुई है, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हूती विद्रोहियों के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों पर हवाई हमलों का आदेश दिया और ईरान को चेतावनी दी कि अगर समुद्री गलियारे पर हमले बंद नहीं किए, तो अमेरिका पूरी ताकत से कार्रवाई करेगा। हूती विद्रोहियों ने भी जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों पर हवाई हमलों का आदेश दिया था। ट्रंप ने ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने समुद्री गलियारे पर हमले बंद नहीं किए, तो अमेरिका पूरी ताकत से कार्रवाई करेगा।
हूती विद्रोहियों ने पहले बताया था कि इन हमलों में 18 नागरिक मारे गए थे। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कहा कि अमेरिकी सैनिक जलमार्गों और वायु संपत्तियों की रक्षा के लिए आतंकवादियों के ठिकानों पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी आतंकी समूह अमेरिकी वाणिज्यिक पोतों को जलमार्गों पर स्वतंत्र रूप से आने-जाने से नहीं रोक पाएगा।
ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि विद्रोही संगठन का समर्थन बंद करे, अन्यथा उसे जवाबदेह ठहराया जाएगा। हूती विद्रोहियों ने सना और सादा में हवाई हमले होने की सूचना दी। उन्होंने होदीदा, बायदा और मारिब प्रांतों में भी हमले होने की जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सना में 13 और सादा में पांच लोगों सहित 18 लोग मारे गए थे, जबकि 24 अन्य घायल हुए थे। बाद में, मृतक संख्या बढ़कर 31 हो गई और 101 लोग घायल हो गए। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि हूती ठिकानों पर हवाई हमलों की शुरुआत है और आगे भी हमले किए जाएंगे। हूती मीडिया कार्यालय के उप प्रमुख नसरुद्दीन आमेर ने कहा कि हवाई हमले उन्हें रोक नहीं पाएंगे और वे जवाबी कार्रवाई करेंगे।