म्यांमार में भूकंप के बाद सैन्य शासन का कहर

म्यांमार में भूकंप के बाद सैन्य शासन का कहर जारी है। जुंटा सेना हवाई हमले कर रही है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है। भूकंप के कारण 1700 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 3400 से ज्यादा घायल हैं। राहत और बचाव कार्यों में बाधा आ रही है, और मलबे में दबे शवों से दुर्गंध फैल रही है। केरेन नेशनल यूनियन ने सेना पर नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र ने चिकित्सा आपूर्ति की कमी पर चिंता जताई है और क्राइसिस ग्रुप ने जुंटा शासन से हवाई हमले रोकने की अपील की है।

Mar 31, 2025 - 13:19
म्यांमार में भूकंप के बाद सैन्य शासन का कहर
म्यांमार में भूकंप के बाद सैन्य शासन और भी क्रूर हो गया है। भूकंप से तबाह हुए क्षेत्रों में जुंटा सेना हवाई हमले कर रही है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है। मलबे में दबे शवों से दुर्गंध आने लगी है।

भूकंप के चलते 1700 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं, और 3400 से ज्यादा लोग घायल हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य ठीक से नहीं हो पा रहा है। ऐसे में सैन्य सरकार का हवाई हमला लोगों के लिए और भी परेशानी का सबब बन गया है।

केरेन नेशनल यूनियन का कहना है कि सेना नागरिक क्षेत्रों को निशाना बना रही है, जबकि लोगों को राहत की सख्त जरूरत है। उनका कहना है कि सेना को राहत कार्यों पर ध्यान देना चाहिए, न कि अपने ही लोगों पर हमला करना चाहिए।

पिछले शुक्रवार को आए भूकंप ने म्यांमार के कई शहरों में तबाही मचाई है। हवाई अड्डे, पुल और सड़कें टूट गए हैं, जिससे सहायता कर्मियों को पहुंचने में दिक्कत हो रही है। मांडले जैसे शहरों में मलबे में दबे शवों के कारण दुर्गंध फैल रही है। संयुक्त राष्ट्र ने चिकित्सा आपूर्ति की कमी पर भी चिंता जताई है। क्राइसिस ग्रुप ने कहा है कि जुंटा शासन को हवाई हमले रोकने चाहिए।