ईरान की मध्यस्थता पर भारत का कड़ा रुख

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची की भारत यात्रा से पहले, पूर्व विदेश सचिव ने ईरान की मध्यस्थता की पेशकश को खारिज कर दिया है, इसे भारत की स्थिति को कमजोर करने वाला बताया। कंवल सिब्बल ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कश्मीर का उल्लेख किया, जिससे उनकी निष्पक्षता संदिग्ध है। सिब्बल ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय देने के मुद्दे को भी उठाया और ईरान से स्पष्ट रूप से मध्यस्थता से इनकार करने का आग्रह किया। अराघची ने इस्लामाबाद में दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया था।

May 6, 2025 - 17:04
ईरान की मध्यस्थता पर भारत का कड़ा रुख
इस्लामाबाद/तेहरान: ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची की भारत यात्रा से पहले, भारत के पूर्व विदेश सचिव ने ईरान द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश को खारिज कर दिया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण हैं।

पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल ने ईरान की मध्यस्थता की पेशकश को खतरनाक बताते हुए कहा कि इससे सीमा पार आतंकवाद पर भारत की स्थिति कमजोर होगी। उन्होंने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कश्मीर का उल्लेख किया था, जिससे उनकी निष्पक्षता पर संदेह होता है।

सिब्बल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करता है, जिसे मध्यस्थता द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने ईरान से स्पष्ट रूप से कहने का आग्रह किया कि भारत को किसी भी मध्यस्थता में कोई दिलचस्पी नहीं है। अराघची ने इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आग्रह किया था।