बच्चों के लिए दिन में सोना: क्यों है ज़रूरी?

अक्‍सर बच्‍चे स्‍कूल से आने के बाद दोपहर में सोते हैं क्‍योंकि ऐसा माना जाता है कि दोपहर में झपकी लेना उनके विकास के लिए आवश्‍यक है। बच्‍चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं, तो कुछ को दिन में सोना पसंद होता है और कुछ को नहीं। पेरेंट्स अक्‍सर सोचते हैं कि क्‍या बच्‍चों के लिए दिन में सोना इतना जरूरी है। शुरुआती समय में बच्‍चों के विकास में दोपहर की झपकी बहुत जरूरी होती है। बच्‍चों को मानसिक विकास और शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ रहने के लिए झपकी की जरूरत होती है।

Mar 9, 2025 - 14:27
बच्चों के लिए दिन में सोना: क्यों है ज़रूरी?
स्कूल से आने के बाद अक्‍सर बच्‍चे दोपहर में सोते हैं, क्‍योंकि ऐसा माना जाता है कि दोपहर में झपकी लेना उनके विकास के लिए बहुत ही आवश्‍यक है।

ऐसे में बच्‍चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं, तो क्‍या उनके लिए दोपहर में सोना जरूरी होता है? कुछ बच्‍चे दिन में सोना पसंद करते हैं, तो कुछ को अच्‍छा नहीं लगता। इसलिए पेरेंट्स अक्‍सर ये सोचते हैं कि क्‍या बच्‍चों के लिए दिन में सोना इतना जरूरी है। शुरुआती समय में बच्‍चों के विकास में दोपहर की झपकी बहुत जरूरी होती है।

टॉडलर और छोटे बच्‍चों को मानसिक विकास, भावनात्‍मक संतुलन और शारीरिक रूप से स्‍वस्‍थ रहने के लिए झपकी की जरूरत होती है। बच्‍चों को झपकी लेने के कई फायदे होते हैं।