गर्मियों में खाने को जहर बनने से कैसे बचाएं: डॉ. नरेंद्र सिंगला की सलाह

गर्मियों में जरा सी लापरवाही आपके खाने को बीमारियों का कारण बना सकती है। सही तरीके से खाने को स्टोर करके और साफ सफाई का ध्यान रखकर फूड पॉइजनिंग से बचा जा सकता है। तापमान बढ़ने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, खुले में रखा खाना बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग आसानी से फूड पॉइजनिंग का शिकार हो सकते हैं। गर्मियों में खाने को लेकर सावधानी बरतना जरूरी है। सही जानकारी और कुछ आसान उपाय अपनाकर आप और आपका परिवार स्वस्थ रह सकते हैं। बासी खाना तुरंत फेंक दें और मांस, अंडा और दूध जैसे खाद्य पदार्थों को हमेशा 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखें।

Apr 19, 2025 - 16:49
गर्मियों में खाने को जहर बनने से कैसे बचाएं: डॉ. नरेंद्र सिंगला की सलाह
गर्मियों में जरा सी लापरवाही आपके खाने को बीमारियों का कारण बना सकती है। सही तरीके से खाने को स्टोर करके और साफ सफाई का ध्यान रखकर फूड पॉइजनिंग से बचा जा सकता है।

गर्मियां आते ही हमारी दिनचर्या और खानपान में बदलाव आ जाता है। गर्मी से राहत पाने के लिए हम ठंडी चीजें खाना पसंद करते हैं, लेकिन इस मौसम में फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। गर्मियों में पेट खराब, उल्टी-दस्त और गैस्ट्रो जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं।

दिल्ली के सीके बिरला अस्पताल के डॉक्टर नरेंद्र सिंगला के अनुसार, तापमान बढ़ने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। खुले में रखा खाना, गंदा पानी और अधपका स्ट्रीट फूड बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग आसानी से फूड पॉइजनिंग का शिकार हो सकते हैं।

गर्मियों में खाने को लेकर सावधानी बरतना जरूरी है। सही जानकारी और कुछ आसान उपाय अपनाकर आप और आपका परिवार स्वस्थ रह सकते हैं।

गर्म मौसम बैक्टीरिया के लिए अनुकूल होता है। 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान होने पर साल्मोनेला और कैम्पिलोबैक्टर जैसे बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। खुला खाना और फ्रिज से बाहर रखा दूध-मांस जल्दी खराब हो जाते हैं। एक घंटे से ज्यादा समय तक बाहर रखा खाना जहरीला हो सकता है। इसलिए खाने को तुरंत ठंडे वातावरण में रखना चाहिए।

गर्मियों में अगर खाना फ्रिज में ठीक से स्टोर न किया जाए, तो बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। डेयरी उत्पाद, मीट और अंडे जल्दी खराब हो जाते हैं। फ्रिज का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से ऊपर होने पर खाना सुरक्षित नहीं रहता। खाने को ताजा रखने के लिए सही स्टोरेज जरूरी है।

बरसात के मौसम में नालियों और जलस्रोतों का पानी गंदा हो जाता है। इस पानी में विब्रियो और कैम्पिलोबैक्टर जैसे बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। ये बैक्टीरिया संक्रमित पानी से सींची गई सब्जियों और फलों के माध्यम से भी फैल सकते हैं। इसलिए, सब्जियों और फलों को अच्छी तरह धोकर साफ पानी से इस्तेमाल करना चाहिए।

गर्मियों में लोग ठंडा, अधपका और बाहर का खाना ज्यादा पसंद करते हैं। सलाद, स्ट्रीट फूड और अधपके सीफूड में संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है। कच्ची मछली या झींगे खाने से विब्रियो संक्रमण हो सकता है। खाना बनाते समय साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए।

फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए बासी खाना तुरंत फेंक दें। मांस, अंडा और दूध जैसे खाद्य पदार्थों को हमेशा 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखें। खाने को कूलर या आइस पैक के साथ बाहर ले जाएं। फ्रिज या कूलर को बार-बार न खोलें और डिलीवरी किया गया खाना तुरंत फ्रिज में रखें।