दिल्ली बार चुनाव: हंगामे के बीच वकीलों का दिखा उत्साह
दिल्ली बार असोसिएशन के चुनावों में इस बार भी वकीलों का उत्साह देखने लायक था। राउज एवेन्यू कोर्ट में पहली बार चुनाव आयोजित हुए, जहाँ युवा और अनुभवी वकीलों की भारी भीड़ उमड़ी। हालांकि, कुछ कोर्ट परिसरों में बोगस वोटिंग और प्रॉक्सी कार्ड के विवाद के चलते चुनाव रद्द भी करने पड़े। राउज एवेन्यू कोर्ट परिसर में पहली बार चुनाव का आयोजन हुआ। काले कोट पहने वोटरों की भीड़ के बीच कोर्ट परिसर का नज़ारा देखते ही बनता था। युवा वकीलों में जोश था, तो अनुभवी वकील शांति से माहौल का जायजा ले रहे थे। साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन ने मिसमैनेजमेंट को चुनाव रद्द होने का कारण बताया।
राउज एवेन्यू कोर्ट में पहली बार चुनाव आयोजित हुए, जहाँ युवा और अनुभवी वकीलों की भारी भीड़ उमड़ी।
हालांकि, कुछ कोर्ट परिसरों में बोगस वोटिंग और प्रॉक्सी कार्ड के विवाद के चलते चुनाव रद्द भी करने पड़े।
मुख्य बातें:
- बार चुनाव में वकीलों का ज़बरदस्त जोश।
- राउज एवेन्यू कोर्ट में पहली बार हुआ चुनाव।
- शाहदरा बार में बोगस वोटिंग के आरोप।
नई दिल्ली में, हर बार की तरह, इस बार भी बार चुनाव को लेकर वकील सुबह से ही कोर्ट के बाहर जमा होने लगे थे। सुबह 9:30 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम 5 बजे के बाद बंद हो गई। राउज एवेन्यू कोर्ट परिसर में पहली बार चुनाव का आयोजन हुआ। काले कोट पहने वोटरों की भीड़ के बीच कोर्ट परिसर का नज़ारा देखते ही बनता था। युवा वकीलों में जोश था, तो अनुभवी वकील शांति से माहौल का जायजा ले रहे थे।
वोटर वकीलों में कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि वे अपने सीनियर के कहने पर साहिबाबाद से आए हैं और चुनाव प्रक्रिया देखना चाहते हैं। एक युवा लॉ इंटर्न ने भविष्य में चुनाव लड़ने की इच्छा भी जताई, क्योंकि इससे नाम और पहचान दोनों मिलते हैं।
शाहदरा बार के वकीलों ने बोगस वोटिंग का आरोप लगाया। एक वकील नेता ने बताया कि प्रॉक्सिटी कार्ड होने के बावजूद सैकड़ों लोग पोलिंग एरिया में घुस गए, जिससे विवाद हो गया और चुनाव रद्द करना पड़ा। वहीं, साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन ने मिसमैनेजमेंट को चुनाव रद्द होने का कारण बताया, क्योंकि गर्मी में पानी और कूलर की व्यवस्था नहीं थी, और वोटिंग भी देर से शुरू हुई, जिससे वकील नाराज़ हो गए।
तीस हजारी कोर्ट में भी बवाल की स्थिति बनी, लेकिन हालात काबू में कर लिए गए। रोहिणी कोर्ट बार एसोसिएशन में चुनाव रद्द होने की अफवाह गलत साबित हुई, क्योंकि वहां शांति से चुनाव संपन्न हो गया। पटियाला हाउस कोर्ट और द्वारका कोर्ट बार एसोसिएशन में भी सहजता से मतदान हुआ। साकेत कोर्ट परिसर में बैलेट पेपर फाड़े गए और उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। शाहदरा बार में बोगस वोटिंग के चलते चुनाव रद्द कर दिया गया, क्योंकि कुछ उम्मीदवार पोलिंग बूथ में घुसकर बैठ गए और दूसरी जगहों से छात्रों को बुलाकर वोटिंग कराने लगे।