डीपसीक पर संसद में हंगामा, प्रतिबंध की मांग क्यों?
कांग्रेस सांसद गोवाल पडवी ने लोकसभा में चीन के एआई मॉडल डीपसीक का मुद्दा उठाया, क्योंकि यह अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं बताता। उन्होंने सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने और मामले को चीन के साथ उठाने का आग्रह किया। पडवी ने तर्क दिया कि इस तरह की तकनीक भारत के लिए अनुपयुक्त है और भारत को अपने एआई का विकास करना चाहिए।सांसद पडवी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाया। उन्होंने विदेश मंत्रालय से आग्रह किया कि वे इस मामले को चीन सरकार के साथ उठाएं और ऐसी तकनीक पर रोक लगाएं।

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद गोवाल पडवी ने लोकसभा में चीन के एआई मॉडल डीपसीक का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि डीपसीक अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं बताता है।
उन्होंने सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने और मामले को चीन के साथ उठाने का आग्रह किया। पडवी ने तर्क दिया कि इस तरह की तकनीक भारत के लिए अनुपयुक्त है और भारत को अपने एआई का विकास करना चाहिए।
डीपसीक पर क्यों उठी बैन की मांग?
सांसद पडवी ने सदन में शून्यकाल के दौरान इस विषय को उठाया। उन्होंने कहा कि जब डीपसीक से उत्तर प्रदेश के बारे में पूछा जाता है, तो वह इसे भारत का हिस्सा बताता है, लेकिन अरुणाचल प्रदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं देता, जिससे पता चलता है कि यह अरुणाचल प्रदेश को भारत का भाग नहीं मानता।
उन्होंने विदेश मंत्रालय से आग्रह किया कि वे इस मामले को चीन सरकार के साथ उठाएं और ऐसी तकनीक पर रोक लगाएं। उनका मानना है कि भारत को अपनी एआई प्रणाली विकसित करनी चाहिए।