उत्तराखंड में पहाड़ी होली पर अवकाश: धामी सरकार का तोहफा

उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च 2025 को पहाड़ी होली के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला पहाड़ी संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए लिया है। यह अवकाश सरकारी और निजी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में लागू होगा, लेकिन बैंक और कोषागार खुले रहेंगे। इस निर्णय से प्रदेश के लोग अपने परिवार के साथ त्योहार मना सकेंगे और पहाड़ी होली की रौनक और बढ़ जाएगी। यह पर्वतीय संस्कृति एवं परंपराओं के सम्मान में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Mar 15, 2025 - 18:18
उत्तराखंड में पहाड़ी होली पर अवकाश: धामी सरकार का तोहफा
उत्तराखंड सरकार ने 15 मार्च 2025 को पर्वतीय होली के मौके पर प्रदेश के सभी सरकारी, गैर-सरकारी कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों और विद्यालयों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह निर्णय पारंपरिक पर्वतीय होली के उत्सव को धूमधाम से मनाने के लिए लिया है। हालांकि, यह अवकाश बैंकों और कोषागारों पर लागू नहीं होगा।

मुख्य बातें:
  • सभी सरकारी और निजी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।
  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहाड़ी होली के अंतर्गत यह फैसला लिया।
  • उत्तराखंड में बैंक, कोषागार और उप-कोषागार खुले रहेंगे।


देहरादून: पूरे देश में शुक्रवार को होली मनाई गई, जबकि उत्तराखंड में 15 मार्च 2025 को पहाड़ी होली का अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह निर्णय लिया है। यह छुट्टी सरकारी और निजी कार्यालयों, स्कूल, कॉलेज और सभी शिक्षण संस्थानों में लागू होगी, लेकिन बैंक, कोषागार और उप-कोषागार खुले रहेंगे। यह फैसला उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिससे लोग होली का आनंद ले सकें।

उत्तराखंड सरकार ने राज्य के लोगों के लिए एक बड़ा निर्णय लिया है। 15 मार्च 2025, शनिवार को पहाड़ी होली के अवसर पर अवकाश रहेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर यह आदेश जारी किया गया है। सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में यह अवकाश लागू होगा। स्कूल और कॉलेज जैसे सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे, जिससे लोग अपने परिवारों के साथ त्योहार मना सकें।

बैंक, कोषागार और उप-कोषागारों में कामकाज जारी रहेगा। इन संस्थानों में अवकाश नहीं रहेगा। सरकार ने लोगों की भावनाओं का सम्मान किया है। पहाड़ी संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देने के लिए यह कदम उठाया गया है। यह पर्वतीय संस्कृति और परंपराओं के सम्मान में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे राज्य के लोग पारंपरिक पर्वतीय होली के उत्सव को खुशी के साथ मना सकेंगे। इससे लोग पारंपरिक तरीके से होली का त्योहार मना पाएंगे। उत्तराखंड सरकार का यह फैसला लोगों को खुश करेगा और पहाड़ी होली की रौनक बढ़ाएगा।