जमीन पहले UPEIDA को बेची, फिर खतौनी में मालिक बनकर मुआवजा लूटा

उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें लोगों ने पहले यूपीडा को जमीन बेच दी और फिर खतौनी में अपना नाम दर्ज करवाकर मुआवजे के रूप में 5 करोड़ 80 लाख रुपये से अधिक की उगाही कर ली। राजस्व विभाग की जाँच में पता चला कि मुआवजा लेने वाले कई लोगों ने यूपीडा के पक्ष में जमीन बेचते समय विक्रेता के नाम का उल्लेख ही नहीं किया था। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।

Mar 29, 2025 - 12:48
जमीन पहले UPEIDA को बेची, फिर खतौनी में मालिक बनकर मुआवजा लूटा
उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर के लिए जमीन अधिग्रहण में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।

यहाँ, लोगों ने पहले यूपीडा (UPEIDA) को जमीन बेच दी और फिर खतौनी में अपना नाम दर्ज करवाकर मुआवजे के रूप में 5 करोड़ 80 लाख रुपये से अधिक की उगाही कर ली।

राजस्व विभाग की जाँच में पता चला कि मुआवजा लेने वाले कई लोगों ने यूपीडा के पक्ष में जमीन बेचते समय विक्रेता के नाम का उल्लेख ही नहीं किया था। अधिवक्ता विनय दुबे के अनुसार, किसानों की जमीन की रजिस्ट्री कराने वालों ने पहले मुआवजे के दस्तावेज भेजे और बाद में तहसील कर्मचारियों के साथ मिलकर खतौनी में अपना नाम दर्ज करा लिया।

इस मामले में, कुशीनगर के बंका, सुशांत गोल्फ सिटी के सरिता सिंह और वरुण मिश्रा जैसे कई लोगों के खातों में लाखों रुपये का मुआवजा भेजा गया। रिपोर्ट के अनुसार, भटगांव में खसरा संख्या 44स, 48स, 59स, 270स और 272 की ज्यादातर जमीनें वरुण मिश्रा, सरिता सिंह, बंका और आशीष मिश्रा के नाम पर हैं।

कहा जा रहा है कि ये लोग प्रभावशाली व्यक्तियों से जुड़े हैं और भटगांव के पट्टे रद्द होने के बाद इनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस, सोलर प्लांट लगवाने के लिए कमीशन मांगने के आरोप में निकांत जैन के करीबियों के बैंक खातों की भी जाँच कर रही है।