यमुना एक्सप्रेसवे: IIT दिल्ली के उपायों से सुरक्षित हुआ सफर
यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर अब और भी सुरक्षित हो गया है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 2019 में किए गए सुरक्षा ऑडिट के बाद यमुना प्राधिकरण ने सभी 21 रोड सेफ्टी मानकों को पूरा कर लिया है। आईआईटी दिल्ली की टीम ने एक्सप्रेसवे का सर्वे कर कई सुझाव दिए थे, जिसके बाद प्राधिकरण ने सभी सुझावों को मानकर सुरक्षा उपायों को लागू किया। यात्रियों की मदद के लिए यमुना साथी एप और टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध हैं।

यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रा अब और भी सुरक्षित हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 2019 में हुए सुरक्षा ऑडिट के बाद, यमुना प्राधिकरण ने 21 रोड सेफ्टी मानकों को पूरा किया। IIT दिल्ली की टीम ने एक्सप्रेसवे का सर्वे करके कई सुझाव दिए थे।
IIT दिल्ली के सुझावों पर हुआ अमल
दिल्ली IIT की टीम ने ग्रेटर नोएडा से आगरा तक पूरे एक्सप्रेसवे का सर्वे किया, जिसके बाद टीम ने सुरक्षित सफर के लिए एक्सप्रेसवे पर बदलाव के लिए कुछ उपायों का सुझाव दिया था। अब एक्सप्रेसवे पर आडिबिल शोल्डर मार्किंग, रंबल स्ट्रिप्स, क्रैश एटेन्यूएटर्स और फ्लश मीडियन जैसे सुरक्षा उपाय मौजूद हैं। यमुना प्राधिकरण ने IIT दिल्ली द्वारा दिए गए सभी सुझावों को मान लिया है। साथ ही अन्य जरूरी 21 मानकों को भी पूरा कर लिया है।
यात्रियों के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर हुआ आसान
एक्सप्रेसवे पर यमुना साथी एप और टोल फ्री नंबर 18001027777 से भी यात्री आपात स्थिति में तुरंत मदद ले सकते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए यमुना एक्सप्रेसवे के समीप ही 3 ट्रामा सेंटर भी बनाए गए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी प्रशासनिक कार्रवाई भी लगातार की जा रही हैं।