तुर्की अतिथि पर विवाद: एमआईटी कॉलेज मेरठ में हंगामा
मेरठ के एमआईटी कॉलेज में तुर्की की एक अतिथि को बुलाने पर विवाद हो गया। भारतीय किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के बाहर "बॉयकॉट पाकिस्तान" और "बॉयकॉट तुर्की" के नारे लगाए। विरोध के बाद कॉलेज प्रशासन ने लिखित माफी मांगी और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम न करने का आश्वासन दिया।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब एमआईटी कॉलेज ने एक सेमिनार में अयनूर शाहीन नामक एक तुर्की अतिथि को विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित किया। तुर्की को पाकिस्तान का समर्थक और भारत विरोधी नीतियों का पक्षधर मानने वाले प्रदर्शनकारियों ने इस कार्यक्रम का विरोध किया। सामाजिक संगठनों और कार्यकर्ताओं ने कॉलेज पहुंचकर प्रशासन से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा।
विरोध का नेतृत्व भारतीय किसान मंच के उत्तर प्रदेश प्रभारी गौरव पाराशर ने किया, जिनके साथ ऋषभ पाराशर, दीपांशु शर्मा, अंकुर शर्मा, उत्तम शर्मा, ललित राणा, विपुल शर्मा, शिवम पुंडीर और जतिन राणा जैसे कई कार्यकर्ता शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने "बॉयकॉट पाकिस्तान", "बॉयकॉट तुर्की" और "बॉयकॉट एमआईटी कॉलेज" के नारे लगाए और काले झंडे लहराकर अपना विरोध जताया।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन जानबूझकर देश विरोधी विचारधारा वाले व्यक्तियों को मंच प्रदान करके देश की एकता को खतरे में डाल रहा है। उन्होंने मांग की कि कॉलेज भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन बंद करे। बढ़ते विवाद को देखते हुए पुलिस ने कॉलेज प्रशासन से बात की, जिसने शुरू में किसी भी गलत काम से इनकार किया। हालांकि, बाद में, कॉलेज प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को एक लिखित माफी सौंपी और आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे।